कांकेर
कांकेर, 29 नवंबर। बस्तर संभागायुक्त के आदेशानुसार एवं बस्तर प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल के निर्देशानुसार बस्तर संभाग के पुरातात्विक आदिम जनजाति संस्कृति, साहित्यिक, पर्यटन आदि के संरक्षण के लिए अभिलेखीकरण का कार्य किया जा रहा है।
इस संबंध में सहायक आयुक्त एमएस ध्रुव के सहयोग से कांकेर जिला में भी टीम गठित कर कार्य किया जा रहा है। जिसके तहत कांकेर विकासखंड के ग्राम करप अंजनी के मध्य स्थित 800 वर्ष प्राचीन देवी- देवताओं के मूर्तियों और स्मारकों का अवलोकन किया गया। ग्रामीणों ने अभिलेखीकरण दल को क्षेत्र के प्राचीन इतिहास की जानकारी दी।
अभिलेखीकरण दल को 52 पाली देवता, ठेमा डोकरा की पत्नी डोकरी, 12 पाली देवी ढुटमईन माता के बारे में गायता पुजारी व समिति के सदस्यों ने विस्तार से जानकारी दी।
अभिलेखीकरण कार्य की टीम में शकुंतला तारम, पुष्पांजलि ठाकुर, त्रिलोकी चिराम के साथ क्षेत्र के पुजारी गायता गांडा राम नेताम, पटेल चमराराम नेताम, बोधन सिंह, कमलराम नेताम करप, मेहत्तर राम कोर्राम, मानिकपुर, सिदेराम, मंडावी अंजनी, हलालूराम वट्टी, किसुनराम नेताम डंवरखार शामिल रहे। टीम द्वारा देवी देवता एवं संरक्षण के संबंध में विस्तृत चर्चा कर खोजबीन व शोध का कार्य किया जा रहा है।