रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 1 दिसंबर। अंचल में धान खरीदी शुरू होने से पहले ही समिति प्रबंधक के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। वहीं विभागीय जांच में भी निलंबित किया गया। उसके बाद अब क्षेत्र के किसानों, जनपद सदस्यों ने रायगढ़ सहकारी संस्थाएं से समिति प्रबंधक एवं प्रभारी अधिकारी की मिलीभगत से संयुक्त हस्ताक्षर कर शासकीय कर्मचारी होने के नाते शासन को धोखा देकर राशि निकाला गया है, जिसकी शिकायत की गई है।
आवेदन के माध्यम से बताया है कि हेमलाल चन्दा, शंकर बरेठा रामनाथ चंद्रा पवन कुमार यादव देवेंद्र कर्ष भागीरथी चंद्रा कमलेश अशोक कुमार सनुघक दिलीप, आदि ने बताया कि सेवा सहकारी समिति बदुरला उलखर में अचानक धान 18000 बोरी 7200 क्विंटल को बरदुला एवं उलखर के प्रभारी अधिकारी आर पी कुर्रे एवं प्रबंधक के मिलीभगत से संचालक मंडल भंग होने के बाद बिना नीलामी इसकी हार के बगैर 7200 क्विंटल धान को ओने पौने दाम बिक्री कर गबन किया गया एवं पूर्व में इस धान में प्रबंधक एवं अध्यक्ष के ऊपर एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा गया था चूंकि बचे अमानक धान की आनन फानन बिक्री के मामला दर्ज कर प्रभारी अधिकारी कुर्रे को सस्पेंड किया जाये एवं प्रबंधक ओंकार तिवारी सस्पेंड के बावजूद विगत दिनों अपेक्स बैंक सारंगढ़ से 3,30,000 निकालने में प्रभारी अधिकारी के मिली भगत से संयुक्त हस्ताक्षर से शासकीय कर्मचारी होने के नाते शासन को धोखा देकर निकाला गया, जिसकी शिकायत आज हमारे द्वारा सहकारी संस्थाएं रायगढ़ में किया गया है। जिस पर अधिकारी को सस्पेंड कर एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है।
धोखाधड़ी पर विभाग ने किया निलंबित
वहीं नवगठित क्षेत्र के सेवा सहकारी समिति बरदुला के किसानों ने विगत दिनों प्रबंधक तिवारी के खिलाफ धोखाधड़ी का शिकायत कलेक्टर डीआर एवं जनप्रतिनिधि के साथ कोसीर थाने में की गई थी, जिसमें कोसीर थाने में ओंकार तिवारी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला धारा 420 के तहत मामला पंजीबद्ध कर दिया गया था वहीं विभागीय जांच में भी उनको निलंबित किया गया है और अभी तक विभागीय जांच चल रही है जब मामला पंजीबद्ध हो गया है, तो अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, जिससे क्षेत्र के किसानों ने कहा कि जब इसके खिलाफ मामला पंजीबद्ध हो गया है।
जय मंगल पटेल कोसीर थाना प्रभारी का कहना है कि मामला पंजीबद्ध किया गया है और अभी डॉक्यूमेंट सम्मिलित करने में लगे हुए हैं एक दो बार तो क्षेत्र में गए थे, लेकिन उसे नहीं मिल पाए जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। वहीं प्रभारी अधिकारी आर पी कुर्रे का कहना है कि धान खराब होने की स्थिति में था जिससे कुछ धानों को बिक्री किया गया है और राशि को समिति के खाते में डाल दी गई है और कुछ धान अभी पड़े हुए हैं। उसे लेने के लिए कोई तैयार नहीं हो रहा है और धान खराब हो रही है।