रायपुर
![नूतन राइस मिल की जमीन का होगा आवासीय उपयोग, प्लाट काटकर बेचने पर भी विचार नूतन राइस मिल की जमीन का होगा आवासीय उपयोग, प्लाट काटकर बेचने पर भी विचार](https://dailychhattisgarh.com/uploads/chhattisgarh_article/1638453778625235832259-jpg-500x500.jpg)
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 2 दिसंबर। समता कॉलोनी स्थित नूतन राइस मिल की जमीन के हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। बताया गया कि मिल की करीब 11 एकड़ जमीन को विकसित कर आरडीए मार्कफेड के साथ मिलकर छोटे-छोटे प्लाट के रूप में बेचने पर भी विचार कर रहा है।
हालांकि आरडीए के उपाध्यक्ष सूर्यमणी मिश्रा ने ‘छत्तीसगढ़’ से चर्चा में कहा कि नूतन राइस मिल के जमीन के हस्तांतरण की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने साफ किया कि मिल की जमीन का सिर्फ आवासीय प्रयोजन के लिए ही उपयोग किया जाएगा। मिश्रा ने कहा कि प्लाट काटकर बेचना है, अथवा मकान निर्माण किया जाना है, इस पर फैसला जमीन के हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद ही लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पर मार्कफेड के साथ चर्चा चल रही है।
मार्कफेड की नूतन राइस मिल बरसों से बंद है। रेलवे स्टेशन से सटे होने के कारण यहां की जमीन काफी महंगी है। आरडीए ने कर्ज से उबरने के लिए नूतन राइस मिल की 11 एकड़ जमीन को अपने आधिपत्य में लेने की योजना बनाई थी। आरडीए के पदाधिकारियों ने इस सिलसिले में आवास पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर के अलावा सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह से भी चर्चा की थी। आरडीए के प्रस्ताव पर सैद्धांतिक सहमति बन गई है।
आरडीए की योजना में मार्कफेड भी भागीदार रहेगा। पहले मिल की जमीन पर मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए आवास, और फ्लैट बनाने की योजना बनाई गई थी। लेकिन अब छोटे-छोटे प्लाट काटकर बेचने की तैयारी चल रही है। आरडीए के पदाधिकारियों ने बताया कि जमीन के हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद आरडीए बोर्ड की बैठक में फैसला लिया जाएगा।