महासमुन्द
चार गांवों के किसानों ने तीसरे दिन भी धान नहीं बेचा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 3 दिसंबर। जिले में धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। किसान समितियों में पहुंचकर धान बेचने में व्यस्त हैं, लेकिन बसना ब्लॉक के नरसैय्यापल्लम सहित ठेलकोदादर, आरंगी, परधिया सरायपाली के किसानों ने तीसरे दिन भी धान नहीं बेचा। यहां के किसान धरने पर बैठे हुए हैं।
किसानों ने बताया कि पिछले 10 सालों से नरसैय्यापल्लम में धान बेचते आ रहे हैं, लेकिन इस साल बम्हनी उपार्जन केंद्र खोलने के बाद नरसैय्यापल्लम के कोड को विलोपित कर दिया गया है। इसके चलते नरसैय्यापल्लम उपार्जन केंद्र बंद हो गया है। चारों गांवों के किसानों ने निर्णय लिया है कि बम्हनी में धान बेचने में नहीं जाएंगे। किसान दोबारा नरसैय्यापल्लम उपार्जन केंद्र को खोलने की जिद पर अड़े हुए हैं।
जिला खाद्य अधिकारी नितिश द्विवेदी ने बताया कि निराकरण के लिए चर्चा चल रही है। बम्हनी उपार्जन केंद्र में खरीदी चल ही है। वहां चार गांव के किसान धान बेच रहे हैं। धान खरीदी में अव्यवस्था को लेकर अभी तक कोई शिकायत नहीं आई है। कलेक्टर ने भी इन किसानों को उनकी समस्या का निराकरण जल्द करने का आश्वासन दिया है। हालांकि किसानों ने निर्णय लिया है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जाती, वे धरने पर ही बैठे रहेंगे और अपना धान नहीं बेचेंगे।
गांव के किसान योगेन्द्र प्रधान के मुताबिक बम्हनी केंद्र में बम्हनी, केसरपुर, दलालखार, पडक़ीपाली, नरसैय्यापल्लम, ठेलकोदादर, आरंगी, परधिया सरायपाली के किसानों को इस साल धान बेचना है।
मगर नरसैय्यापल्लम, ठेलकोदादर, आरंगी, परधिया, सरायपाली के किसान धान बेचने से मना कर रहे हैं। वे पूर्व खरीदी केंद्र नरसैय्यापल्लम में ही अपना धान बेचना चाहते हैं। किसानों ने बताया कि चार गांव में करीब 300 किसान पंजीकृत हैं, जो करीब 33 हजार क्विंटल धान बेचते हैं।