रायपुर
वाणी वाचन पुनर्वास केंद्र के दिव्यांग बच्चों को फ्री में दिखाया जादू
रायपुर, 3 दिसंबर। मशहूर जादूगर ओपी शर्मा के शो जैसे-जैसे आगे बढ़ रहे है दर्शकों की संख्या भी बढ़ रही है। लोग शो देखने के लिए सपरिवार पहुंच रहे है। जहां जादूगर ओपी शर्मा के जादुई करिश्मों का आनंद ले रहे है।
गांधी चौक स्थित रंग मंदिर जादू शो एक दिन में तीन शो दिखाया जा रहा है। पहला शो 12.30 बजे से। दूसरा दोपहर 3.30 बजे और तीसरा शो देर शाम 6.30 बजे शुरू होती है। दूसरी ओर दो दिसंबर को विश्व दिव्यांग दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित वाणी वाचन पुनर्वास केंद्र के दिव्यांग बच्चों को जादू फ्री में दिखाया गया है। इस मौके पर केंद्र के संयुक्त सचिव इंदिरा जैन, उपाध्यक्ष चंदेश शाह ने जादूगर ओपी शर्मा का गुलदस्ते देकर स्वागत किया। जादूगर ओपी शर्मा के जादू और अध्यात्म के सहारे जादूगर को हवा में ऊपर देश दर्शक भक्तिभाव में लीन हो गए।
अध्यात्म और जादू के माध्यम से उन्होंने बताया कि कैसे विज्ञान का सहारा लेकर ढोंगी तांत्रिक आम लोगों को ढगते है और अपना उल्लू सीधा कर लेते है। भोले-भोले लोगों को जादूगर ओपी शर्मा ने यही संदेश दिया कि यह सब विज्ञान की करामत है कि कोई सिद्धि नहीं है, इसलिए ऐसे चमत्कार दिखाने वाले ढोंगियों तांत्रिको से बचे। जादू को केवल मनोरंजन की नजर से देखे।
जादूगर को हर आईटम के बाद नई पोशाक में देखकर दर्शक आश्चर्य में पड़ गए कि इतने अल्प समय में इतनी जल्दी पूरी पोशाक कैसे बदल गई। कई दर्शकों को तो यह भी कहते सुना गया कि जादूगर अपनी पोषाक भी जादू से बदल लेते हैं। पर्दे के पीछे गए नहीं कि पोशाक बदल गई। अत्याधुनिक संगीत और विधुत साज- सज्जा के साथ प्रस्तुत किए जाने वाले इस दो घंटे के जादू प्रदर्शन में लोग इस कदर तल्लीन रहे कि दो घंटे कब बीत गए लोगों को पता ही नहीं चला। गौरतलब बात यह रही कि जादूगर शर्मा के हर जादुई करतबों का प्रस्तुतिकरण, ध्वनि और प्रकाश का तालमेल सराहनीय और अजूबा है।
जादू शो के अंत में जब सभी कलाकार हाल में बैठे बच्चों को बैलून बांटते हुए दर्शकों के बीच पहुचते हैं तो बच्चे कलाकारों के साथ खुशी के मारे नाचने लगते हैं, और ऐसे माहौल को देख कर बच्चों के साथ-साथ बड़े भी थिरकने से अपने आपको रोक नहीं पाते।
जादूगर ओपी शर्मा ने अपने शो में कोरोना जैसे खतरनाक महामारी, कन्या भ्रूण हत्या, नशाखोरी और ढोंगी पाखंडी बाबाओं से बचने के लिए सामाजिक संदेश भी दिए।