दुर्ग

मतवारी ऐसा गांव जहां अधिकांश गायें साहीवाल और गिर प्रजाति की
05-Dec-2021 5:37 PM
मतवारी ऐसा गांव जहां अधिकांश गायें साहीवाल और गिर प्रजाति की

राम सुंदर दास व प्रदीप शर्मा पहुंचे मतवारी, गौठान के कार्यों का किया निरीक्षण

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 5 दिसंबर।
अपने नस्लसंवर्धन के कार्यक्रमों सहित आजीविकामूलक गतिविधियों के संचालन के लिए चर्चित ग्राम मतवारी के गौठान में छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग के अध्यक्ष डॉ. महंत राम सुंदर दास एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा पहुंचे। यहां उन्होंने गौठान के क्रियान्वयन की जानकारी ली।

यहां वर्मी कंपोस्ट के उत्पादन में दो समूह कार्य कर रहे हैं। इन महिलाओं ने जानकारी दी कि उन्होंने तीन लाख रुपए का वर्मी कंपोस्ट बेचा है। इस पर श्री शर्मा ने खुशी जताई। इस दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री अश्विनी देवांगन एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। श्री देवांगन ने गौठान की गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

बताये ऐसे प्रैक्टिकल नुस्खे जिनसे उत्पादों के विक्रय की गारंटी तय
सलाहकार श्री शर्मा ने स्वसहायता समूहों द्वारा बनाय गये प्रोडक्ट देखें। उन्होंने सबसे पहले फिनाइल दिखाया। श्री शर्मा ने कहा कि फिनाइल का मार्केट आपके गाँव में है। महिलाओं ने कहा कि हां, फिनाइल बिक जाता है। उन्होंने कहा कि गायों के कोठे में शुद्धता रखने के लिए भी फिनाइल जरूरी होता है ताकि यहां पर मक्खी-मच्छर नहीं आये लेकिन सामान्य फिनाइल यहां प्रभावी नहीं होता। यदि आप बेशरम से फिनाइल बनाये तो यह बहुत प्रभावी होता है। ऐसा प्रोडक्ट गांव में जरूर खरीदेंगे।

उन्होंने कहा कि नायलान की रस्सी का उपयोग गांवों में काफी होता है, यह बना सकते हैं। फेंसिंग की जरूरत पड़ रही है। ठंड है तो हर घर में गोरसी का उपयोग होगा, इसे बना सकते हैं। इस प्रकार सीजन के मुताबिक चीजें बनाना हमेशा अच्छा होता है और ग्रामीण क्षेत्र में ही इसकी बिक्री हो जाती है। महिलाओं ने उन्हें अगरबत्ती दिखाई और कहा इसमें काफी सुगंध है, तो उन्होंने कहा कि इसके रैपर में भी सुगंध होनी चाहिए, तभी लोगों को आपकी बात पर भरोसा पुख्ता होगा। जब महिलाओं ने रखिया बड़ी दिखाई तो उन्होंने कहा कि इसके साथ ही जिमीकंद के ऊपरी हिस्से से बनी पोंगा बड़ी भी बेचिये, इसकी भी काफी मांग होती है।

सोलर ड्रायर देंगे गौठान को
श्री शर्मा ने एनजीजीबी के चारों कंपोनेंट पर अच्छा कार्य करने की वजह से गौठान समिति के सदस्यों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि महिलाएं यहां मशरूम बना रही हैं। बाडिय़ों में टमाटर आदि उगा रही हैं। इन सबको देर तक सुरक्षित रखा जा सके, इसके लिए ड्रायर बहुत जरूरी है। मतवारी गौठान को ड्रायर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि गौठान में बने प्रोडक्ट का डिस्प्ले गांव वालों के लिए हो और उन्हें गांव के ही चौक में विक्रय की व्यवस्था मिले, इसके लिए भी कुछ व्यवस्था करें।

गिर-साहीवाल प्रजाति के गायों से भरा गौठान
श्री शर्मा ने गौठान में नस्ल परिवर्तन के कार्यों को देखकर खुशी जताई। मौके पर मौजूद असि. सर्जन डॉ. सीपी मिश्रा ने बताया कि अभी यहां पर 90 से अधिक गौवंश पूरी तरह से संकर नस्ल में बदल चुका है। क्षेत्र अधिकारी मोहित कामले ने बताया कि गौठान के बिल्कुल बगल से ही चिकित्सा केंद्र होने की वजह से और लगातार ध्यान देने की वजह से नस्ल संवर्धन के कार्यों को तेजी से बढ़ावा मिल रहा है। संकर नस्ल की गायें सोलह लीटर तक दूध दे रही हैं। श्री शर्मा ने यहां मुर्गी फार्म तथा मत्स्यपालन के कार्यों को भी देखा।
 

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