कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 5 दिसंबर। बोड़ला विकासखंड तहसील क्षेत्र में तापमान में उतार-चढ़ाव का क्रम जारी है। तापमान में गिरावट के कारण सुबह शाम कड़ाके की ठंड वनांचल क्षेत्रों में पडऩे लगी है । दिन में धूप पर निकलने से लोगों को राहत मिल रही है। घास फूस और पेड़ पौधों में जम रही ओस लोगों का मन मोह रही है।
मौसम में परिवर्तन के कारण लोग तमाम प्रकार की मौसमी बीमारियों की चपेट में भी आ रहे हैं। क्षेत्र के अस्पतालों में सर्दी खांसी बुखार के मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। वनांचल में मौसम में बदलाव का असर साफ दिखने लगा है।
तापमान में उतार-चढ़ाव भी बराबर जारी है। रात में काफी ठंड पडऩे लगी है। दिन का तापमान अधिक होने और धूप निकलने के कारण लोगों को काफी राहत मिल रही है लेकिन शाम को सर्द हवा चलने से ठंड बढ़ती जा रही है। रात होते ही ठंड बढऩे के कारण लोग अपने अपने घरों में दुबक रहे हैं।
विकासखंड तहसील क्षेत्र के वनांचल के चिल्फी घाटी,तरेगांव जंगल, आमानारा, लरबक्की, दलदली,कुकरापानी, बनगौरा, सुकझर, पीपरखूँटा, साजपानी, चेन्द्रा दादर, बाकी,मुंडादादार, क्षेत्र के अलावा रेंगाखार झलमला समनापुर बहनाखोदरा सिवनी, धवईपानी बोक्कर खार क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ती है। ठंड के कारण लोगों के कामकाज पर काफी असर पड़ता है। नवंबर माह के आखिरी सप्ताह से कुछ ठंड बढऩे लगी थी लेकिन अभी हाल के दो-चार दिनों से काफी ठंड बढ़ पडऩे लगी है जिसका साफ असर दिख रहा है।
दिन निकलने के घंटों बाद तक चिल्फी घाटी पालक धवई पानी दलदली तरेगांव लरबक्की चेंद्रा दादर आदि क्षेत्रों में कोहरे का असर साफ दिखाई पड़ रहा है। धूप निकलने के बाद भी सुबह 8 बजे तक इन क्षेत्रों में कोहरा के कारण लोगों को आने जाने में परेशानी होती है। चिल्फी घाटी में इन्हीं कोहरा व पडऩे वाली ओस जोकि ठंड बढऩे पर बर्फ का रूप ले लेता है जिसको देखने के लिए काफी संख्या में पर्यटक ठंड के समय में यहां पहुंचते हैं।