राजनांदगांव
हड़ताल से किसान परेशान
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 6 दिसंबर। मंडी टैक्स बढऩे के विरोध में व्यापारियों ने सोमवार को खरीदी और मंडी को बंद कर दिया है। जिसके चलते हमाल संघ, रेजा संघ समेत अन्य मजदूरों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ा। वहीं धान बेचने मंडी पहुंचे किसानों का धान भी मंडी में रखे जाने और बिक्री बंद होने से किसानों को आर्थिक एवं अन्य परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। वहीं व्यापारियों ने टैक्स बढऩे के विरोध में मंडी बंद रखने की बात कही। इसके अलावा उनकी मांग पूरी नहीं होने तक खरीदी और मंडी बंद रखने कहा।
इधर मंडी व्यापारी संघ अध्यक्ष कमल गांधी का कहना है कि मंडी टैक्स को 2 से 5 प्रतिशत कर दिया गया है। इसके विरोध में व्यापारियों ने मंडी को बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि व्यापारी दूरे प्रदेश के व्यापारियों से काम्पीटिशन नहीं कर पाएगा। इसका बोझ व्यापारी और किसानों पर पड़ेगा। जिससे धान सस्ता बिकेगा और बदनाम व्यापारी कहलाएं। उन्होंने कहा कि सरकार को टैक्स देना है 5 प्रतिशत, जो देश के किसी भी प्रदेश में कहीं नहीं है। राज्य शाासन को इसे वापस लेना चाहिए। मांग पूरी नहीं होने पर मंडी बंद रहेगी। खरीदी करने नहीं आएंगे। इधर हमाल संघ अध्यक्ष रामजी सोनकर ने कहा कि टैक्स बढऩे के विरोध में कामकाज बंद हो गया है। जिससे हमालों पर आर्थिक बोझ पड़ेगा। उन्होंने कहा कि एक ओर जहां कोरोनाकाल में जमा पूंजी खत्म हो गई। वहीं टैक्स बढऩे के विरोध में हड़ताल होने से उन्हें जीवनयापन में आर्थिक बोझ ढोना पड़ेगा। वहीं एक अन्य कर्मचारी लोकेश्वर निषाद ने कहा कि मंडी बंद होने से हमाल, रेजा, कांटा करने वाले मजदूरों के सामने आर्थिक दिक्कतें उत्पन्न होगी। उन्होंने सरकार से इस विकट स्थिति में मदद की गुहार लगाई।