राजनांदगांव
प्रशिक्षण देकर वन महकमे का कोदो कुटकी खरीदी-बिक्री पर जोर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 दिसंबर। जिले के वनांचलों में लघु वनोपज की पहली बार समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिए आला अफसर वन बाशिंदों को प्रेरित कर रहे हैं। लघु वनोपज समितियों के जरिये सरकार ने कोदो-कुटकी के लिए भी समर्थन मूल्य के जरिये खरीदी करने का ऐलान किया है। जिसके चलते वन महकमे ने कोदो-कुटी प्रशिक्षण का बीते दिनों आयोजन किया।
राजनांदगांव-खैरागढ़ वन मंडल के वन क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर कोदो कुटकी की पैदावार होती है। एक जानकारी के मुताबिक कोदो कुटकी की खरीदी के लिए सरकार ने 3000 रुपए प्रति क्विंटल की राशि तय की है। यानी प्रति किलो 30 रुपए के दर पर कोदो-कुटकी की खरीदी की जाएगी। इसके अलावा मक्का और दूसरे वनोपज भी समर्थन मूल्य पर खरीदे जाएंगे। राजनांदगांव वन मंडल में 50 समितियां वनोपज की खरीदी करेगी। एक जानकारी के मुताबिक खरीदी के फौरन बाद बिक्री का भुगतान खातों में किया जाएगा।
इस संबंध में वनोपज संघ के जिलाध्यक्ष रमेश खंडेलवाल ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि यह पहला अवसर है, जब छत्तीसगढ़ की सरकार वनोपज की खरीदी कर रही है, जिससे वन क्षेत्र के लोगों को आर्थिक लाभ मिलेगा। इस बीच खैरागढ़ वन मंडल के डीएफओ संजय यादव लगातार वनांचल साल्हेवारा-बकरकट्टा क्षेत्र में कोदो-कुदकी खरीदी करने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं। वह लगातार प्रशिक्षण देकर भी ग्रामीणों को जानकारी दे रहे हैं। बीते दिनों स्थानीय गोविंदराम निर्मलकर आडिटोरियम में एक दिनी आयोजित प्रशिक्षण से समितियों के सदस्यों और वन महकमे को ऑनलाइन प्रशिक्षित किया गया।
दुर्ग के प्रभारी सीसीएफ श्री नायक की वर्चुअल उपस्थिति में संपन्न हुआ। डीएफओ श्री यादव ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि राज्य सरकार आर्थिक संबलता देने के इरादे से वन बाशिंदों को कोदो-कुटकी के साथ-साथ वनोपज बेचने के लिए प्रेरित कर रही है। इससे आदिवासी एवं अन्य लोगों को सीधा आर्थिक फायदा होगा।