कवर्धा
नर्स पर समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने का आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 13 जनवरी। आदिवासी गर्भवती ने मृत शिशु को जन्म दिया। परिवारजनों ने आरोप लगाया कि सही समय पर नर्स के अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण शिशु की गर्भ में मौत हुई है। इधर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने आरोप सिद्ध होने पर कार्रवाई करने की बात कही।
दरअसल पूरा मामला आज चिल्फी थाना अंतर्गत चिल्फी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का है, जहां चिल्फी निवासी सोना मरकाम पति सन्तोष मरकाम ने प्रसव में मृत बच्ची को जन्म दिया। परिवार वालों ने नर्स पर आरोप लगाया कि नर्स सही समय पर अस्पताल नहीं पहुंची नहीं तो बच्ची की जान बच सकती थी।
परिवार वालों ने आरोप लगाते हुए बताया कि प्रसव पीड़ा होने के बाद सोना मरकाम चिल्फी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अपने परिवार वालो के साथ रात 12 बजे पहुंची, जिसके बाद फ़ोन से नर्स को बुलाया गया। नर्स एक घँटे बाद पहुंची, लेकिन बच्चा पैदा होने का सही समय नहीं आने की वजह से नर्स अपने घर चली, जिसके बाद नर्स सुबह तक नहीं आयी।
परिवार वालों का आरोप है कि नर्स को कॉल किया तो उसने गुस्से में कहा कि मेरे घर का काम तुम आकर करो कि बात कहने लगी। जिसके बाद सुबह 11 बजे प्रसव हुआ तो बच्ची मृत पैदा हुई।
परिवार वालों ने डॉक्टरों से पूछा तो उन्होंने कहा कि नाल फंसने की वजह से मौत हो गयी, लेकिन परिवार वालों का कहना है कि नर्स की लापरवाही से बच्ची की मौत हुयी।
मामले की जानकारी देते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के आरएमए राठौर ने बताया कि बच्ची की मौत नाल फंसने की वजह से हुयी है। हमारे अस्पताल में स्टॉफ नर्स की कमी है, जिसकी वजह से कोई उपस्थित नहीं था, क्योंकि अस्पताल के पास रहने की व्यवस्था नहीं है, दूर मकान किराया लेकर रहना पड़ता है।
इधर, मामले की जानकारी लेने पर सीएमएचओ एस के मंडल ने शिकायत पर आरोप सिद्घ होने पर नर्स पर कार्रवाई करने की बात कही।