राजनांदगांव

सालभर में पुलिस ने तीन हजार केस निपटाए, 43 सौ गिरफ्तार
17-Jan-2022 2:31 PM
 सालभर में पुलिस ने तीन हजार केस निपटाए, 43 सौ गिरफ्तार

  2021 के अपराधिक प्रकरणों का लेखा-जोखा  
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 जनवरी।
राजनांदगांव पुलिस 2021 में वर्षभर हत्या, लूट और घरेलू हिंसा समेत अन्य आपराधिक गतिविधियों के लिए मुस्तैद रही। लिहाजा  गुजरे दो साल की तुलना में 2021 का वर्ष पुलिस के लिए उपलब्धि भरा रहा। हालांकि पुलिस को कई और अंधे कत्ल और आपराधिक मामलों में सफलता नहीं मिली है। पुलिस का दावा है कि लंबित अपराधों के  गुनहगारों को जल्द ही सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा। सोमवार को एसपी संतोष सिंह ने पुलिस के सालाना लेखाजोखा को प्रस्तुत करते मीडिया को बताया कि तत्कालिन पुलिस अधीक्षक डी. श्रवण के मार्गदर्शन में कोरोनाकाल के दौरान हर संभव मदद के लिए महकमा तैयार रहा। इस दौरान भी पुलिस सजग और सतर्क रही। उन्होंने बताया कि 2021 में कुल 4188 आपराधिक मामलों में 3387 प्रकरण का निपटारा कर लिया गया है। इन अपराधों में शामिल 4 हजार लोगों को गिरफ्तार किया गया। इस तरह पुलिस ने कुल पंजीबद्ध मामलों में 80 फीसदी मामलों का निराकरण किया है।

एसपी श्री सिंह ने बताया कि कानून व्यवस्था और अपराधों के नियंत्रण में पुलिस ने पूरी जवाबदारी के साथ काम किया है। नतीजतन आपराधिक प्रकरण में गिरावट दर्ज की गई। मीडिया से मुखातिब होते हुए एसपी ने बताया कि हत्या के 53 प्रकरणों में 37 निराकृत कर 43 आरोपी को गिरफ्तार किया गया। 16 प्रकरण अब भी निलंबित है। इसी तरह हत्या के प्रयास में 33 में से 23 निराकृत और 5 आरोपी गिरफ्तार। बलात्कार  के 115 प्रकरण में 101 मामलों का निराकरण करते 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। लूट के 25 प्रकरणों  19 निराकृत किए गए हैं। 44 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। चोरी के 467 प्रकरणों में 325 प्रकरणों का खुलासा किया गया है। चोरी के आरोप में 273 आरोपी गिरफ्तार किए गए। जिसमें 142 लंबित हैं। धोखाधड़ी के मामले में 64 प्रकरण में से 27 निराकृत कर 49 आरोपी गिरफ्तार किए गए। यौन उत्पीडऩ के मामले  में 16 में से 13 का निराकरण किया है। वहीं इस मामले के 13 आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस का कहना है कि पति-पत्नी और रिश्तेदारों  के मामलों में भी 52 प्रकरण दज किया गया था। जिसमें 45 का निराकरण किया गया है। 145 आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार भी किया गया है। इस बीच पुलिस ने आबकारी एक्ट के तहत 1445, जुआ अधिनियम के 247, सट्टा अधिनियम में 409 प्रकरण पर कार्रवाई की है। उधर पुलिस ने पूरे सालभर अन्य मामलों में भी अपनी पकड़ मजबूत की है। जिसमें विस्फोटक अधिनियम, आवश्यक वस्तु अधिनियम, मोटरयान अधिनियम, वन्य जीव संरक्षण अधिनियम तथा पशुक्रूरता अधिनियम के तहत भी दर्जनों कार्रवाई की है।

चिटफंड की रकम वापसी में नांदगांव का बेहतर प्रदर्शन
साल 2021 में राजनांदगांव पुलिस की चिटफंड निवेशकधारियों को उनकी जमापूंजी को वापस दिलाने में बेहतर भूमिका रही। राजनांदगांव पुलिस ने चिटफंड के डायरेक्टरों को पकडऩे के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया। अदालती कार्रवाई के बाद डायरेक्टरों की संपत्तियों को कुर्क कर नीलामी से मिली राशि को निवेशकों को वापस लौटाया गया। पुलिस के मुताबिक 2021 में 2 करोड़ 46 लाख रुपए निवेशकों के खाते में वापस जमा किए गए। इससे पूर्व 16796 निवेशकों को 7 करोड़ 32 लाख रुपए की रकम वापस दी गई। कुल मिलाकर जिले में अब तक 9 करोड़ 78 लाख रुपए  वापस किए गए हैं।

नक्सल मोर्चे पर फीका प्रदर्शन
राजनांदगांव पुलिस का नक्सल मोर्चे  पर साल 2021 का प्रदर्शन काफी फीका रहा। लिहाजा पुलिस को सालभर नक्सलियों के घेरने में कामयाबी नहीं मिली। जबकि पड़ोसी गढ़चिरौली के जवानों ने राजनांदगांव की सरहद पर मर्दीनटोला में कुख्यात नक्सली दीपक तिलतुमड़े समेत 26 नक्सलियों को मार गिराया। गुजरे साल राजनांदगांव पुलिस को सिर्फ आईडी बरामद करना और भरमार पिस्टल और बंदूकें ही सफलता के तौर पर हाथ लगी। पुलिस ने तीन डंप आईईडी बरामद की। जिसमें एक 20 किलो और दो 5-5 किलो के आईईडी मिले। इसी तरह नक्सल अपराधों में थाना बोरतलाव क्षेत्र से 4 नग भरमार पिस्टल, नवीन कैम्प परवीडीह में एक भरमार बंदूक मिला। कुल मिलाकर राजनांदगांव पुलिस एक बड़ी सफलता के लिए तरसती रही। मानपुर में पुलिस का नक्सल मोर्चे में सबसे कमजोर प्रदर्शन रहा। नतीजतन पुलिस को नक्सलियों की मौजूदगी की खबर के बावजूद कामयाबी नसीब नहीं हुई।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news