रायपुर
थानेदारों की बैठक लेकर एसएसपी नेे दिए सख्त निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 22 जनवरी। कोविड काल के वक्त से थानों में जाम हो चुकी फाइलें एक बार फिर से खुलेंगी। ऐसे प्रकरण जिसमें आरोपियों को दूसरे राज्यों से ताल्लुक है उनकी धरपकड़ का अभियान तेज होगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने शनिवार को थानेदारों की बैठक लेकर सख्त निर्देश दिए हैं। सुबह ग्यारह बजे आयोजित बैठक में एसपी ने पुरानी पेंडेंसी का निपटारा करने को कहा। थानों में दूसरे राज्यों व शहरों से संबंधित मामलों में सबसे ज्यादा चिटफंड के मामले हैं। बताया यह भी जा रहा है चार से पांच बड़ी कंपनियां ऐसे है जिसमें आरोपियों को दूसरे राज्यों में पकड़ा गया है। उन्हें रायपुर लाने की प्रक्रिया लंबे समय से लंबित रह गई है। ऐसे मामलों में ट्रांजिट रिमांड लेकर आरोपियों को रायपुर के मामलों में गिरफ्तार करने कहा। करीब डेढ़ घंटे की बैठक में पुलिस अधीक्षक ने क्राइम केस की समीक्षा की। इस दौरान ऐसे मामले जिसमें आरोपियों का पता नहीं है, उन मामलों में भी गुप्तचर तैनात कर पेंडेंसी का निपटारा करने के लिए कहा। एसपी ने बैठक के दौरान थानेदारों को अपने-अपने क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज की व्यवस्था सुधारने के भी निर्देश दिए। मिशन सिक्योर के तहत शहर में लगाए गए कैमरा कई जगहों में बंद पड़े हुए हैं। अपराधिक घटना के बाद पुलिस को जांच में परेशानी हो रही है। थानेदारों को निर्देश दिए गए आसपास के संगठनों की मदद लेकर कैमरों की स्थिति में भी सुधार किया जाए। वारंट तामिली के मामलों में भी कार्रवाई की जरूरत है। कोविड काल के दौरान स्थाई वारंट, अस्थाई वारंट के साथ गैरजमानतीय वारंट के ही 1 हजार से ज्यादा मामले अभी भी पेंडिंग है। अब इन मामलों में भी कार्रवाई करने को कहा है। देहात के थानों में हो रही चोरी की घटनाओं पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने चिंता प्रकट करते हुए गश्त-पेट्रेलिंग बढ़ाने कहा। शहर में बढ़ते बाइक चोरी के केस में भी आरोपियों की धरपकड़ तेज करने के निर्देश दिए।