कोरबा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 24 जनवरी। जिला प्रशासन की पहल से उत्तरप्रदेश के ईंट भट्ठे में फंसे मजदूरों को मुक्त करा लिया गया है। मुक्त होने के पश्चात सभी सातों मजदूर यूपी के गोंडा जिला से सुल्तानपुर- प्रयागराज-बिलासपुर के रास्ते कोरबा जाने के लिये बस से रवाना हुए।
प्रभारी सहायक श्रम आयुक्त राजेश आदिले ने बताया कि उरगा थानांतर्गत पहाडग़ंज के निवासी जवाराम ने अपने आवेदन में उनकी पत्नी और अन्य 6 लोगों के उत्तर प्रदेश के ईंट भट्ठे में फंसे होने की जानकारी दी। जवाराम ने एक महीने पहले ठेकेदार जून कुमार के द्वारा गांव के लोगों को ईंट भट्ठे में काम दिलाने के लिए उत्तरप्रदेश के गोंडा जिला में ईंट भट्ठे मालिक संतोष बाबा के यहाँ लेकर जाने की बात बताई। जवाराम ने एक माह तक काम कराए जाने के बाद ईंट भट्ठे मालिक द्वारा मजदूरी की राशि नहीं देने और मजदूरी मांगने पर मारपीट किये जाने की भी जानकारी दी।
उन्होंने ईंट भट्ठे से वापस घर जाने देने के लिए अनुमति मांगने पर बिना खाना पानी दिए एक कमरे में बंधक बनाए जाने के भी बारे में बताया। जवाराम ने किसी तरह अपने दो बच्चों और अपने साथी अजय कुमार के साथ भागने में कामयाब होना बताया। सहायक श्रमायुक्त श्री आदिले ने बताया कि ईंट भट्ठे से किसी तरह भागकर वापस कोरबा आकर जवाराम ने उनकी पत्नी और अन्य छह साथियों के बंधक होने की जानकारी दी।
उक्त जानकारी पर तत्काल संज्ञान लेते हुए उप श्रमायुक्त में पदस्थ श्रम प्रवर्तन अधिकारी से चर्चा की गई। जिला प्रशासन द्वारा कलेक्टर गोंडा एवं उप श्रमायुक्त गोंडा से समन्वय किया गया। मजदूरों को मुक्त कराने गोंडा जिला प्रशासन द्वारा ईंट भट्ठे मालिक से संपर्क कर किया गया। प्रशासन की त्वरित कार्यवाही से सभी मजदूरों को सकुशल ईंट भट्ठे से मुक्त कराया गया और उनके द्वारा किये गए काम की पारिश्रमिक का भी भुगतान करवाया गया। सभी सातो श्रमिक गोंडा से सुल्तानपुर एवं सुल्तानपुर प्रयागराज से बस के माध्यम से पहुँचे।
सभी मजदूर प्रयागराज से बिलासपुर जाने के लिए बस से रवाना हुए और 23 जनवरी को बिलासपुर से अपने गांव पहुँचें।