दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 15 मई। विश्व विख्यात आध्यात्मिक, मानवतावादी गुरु व आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्री श्री रविशंकर के जन्मदिन को उत्सव के रूप में मनाने के लिए आर्ट ऑफ लिविंग दुर्ग भिलाई के शिक्षको व साधकों ने मिलकर कई आयोजन किए। श्री श्री रविशंकर ने जीवन जीने की कला में साधना सेवा और सत्संग को महत्त्वपूर्ण बताया है इसलिए सभी साधक सुबह ज्ञान मन्दिर भिलाई में एकत्रित होकर सामूहिक साधना और सुदर्शन क्रिया किए एवं जन्मदिन का उत्सव केक काट कर मनाया। तो वहीं दिन में बड़ी हुई गर्मी को देखते हुऐ सेवा के रुप में मीठे शरबत पानी का वितरण इंदिरा मार्केट दुर्ग में किया गया, जिसमें अमन बेलचंदन, हरिभाई, गुलाब जैन, योगी चंद्राकर, अशोक शर्मा, सन्मुख भाई, सुकृति ठाकुर, सौ या ठाकुर, श्रुति बेलचन्दन, अरुण हडोल, मोती भाई, अनिल बल्लेवार, आशीष शर्मा व बड़ी सं या में साधक सेवा देने पहुंचे थे। शाम को दुर्ग भिलाई के साधकों ने एक साथ मिलकर भव्य महासत्संग का आयोजन दुर्ग के जलाराम वाटिका में किया।
समापन के बाद महाप्रसाद का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग के प्रशिक्षक अरुण हडोले ने श्री श्री रविशंकर के सन्देश के बारे में बताया।
आयोजन को सफल बनाने में संस्था के वरिष्ठ दुर्ग भिलाई के वरिष्ठ शिक्षकों हरजीत सिंह, अमन बेलचंदन, हेमंत साहू, रंजीत गजेंद्र, घनश्याम बेलचंदन, शैलजा चंद्राकर, रमेश नायर, वेणुगोपाल, मुकेश जलाराम, हरि भाई, गुलाब जैन, अरुण हडोले, के सी दास, अशोक शर्मा, हेमंत साहू, अजय शुक्ला, दीनानाथ चंद्राकर, प्रदीप चंद्राकर, झमित देशमुख, जागृति खोदयार, इमेंद्र साहू, किरण साहू का विशेष सहयोग रहा।