दन्तेवाड़ा
दंतेवाड़ा, 22 जून। दंतेवाड़ा के अति दुर्गम और अतिसंवेदनशील लोहा गांव में स्वास्थ्य विभाग ने शिविर लगाया। कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देश में स्वास्थ्य विभाग की टीम लगभग 12 किलोमीटर पैदल चलकर, पहाडिय़ों को पार कर विकासखंड कुआकोंडा अंतर्गत लोहा गांव पहुंची टीम में 25 सदस्य शामिल थे।
गांव के लोग अपने गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम को देखकर अत्यंत खुश हुए। उन्होंने कहा कि हम नहीं पहुंच पा रहे तो स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच गई। स्वास्थ्य अमले को देख गांव के लोग स्वेच्छा से अपना इलाज करवाया। टीम के द्वारा लोगों को इलाज के साथ-साथ निशुल्क दवाओं का वितरण किया गया।
लोहा गांव पहुंचविहीन होने के कारण आगामी बारिश के मौसम के मद्देनजर रखते हुए गांव में डिपो होल्डर के माध्यम से दवाइयों का भंडारण किया गया, ताकि किसी प्रकार की आपातकालीन समस्या होने पर गांव के लोगों को वहां से दवाई मिल पाए। साथ ही मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान के तहत सभी ग्रामीणों से मलेरिया की जांच की गई।
शिविर के माध्यम से दुर्गम क्षेत्रों
में हो रहा स्वास्थ्य सुधार
125 की जनसंख्या वाले लोहा गांव इस स्वास्थ्य शिविर में 104 ग्रामीणों ने अपना स्वास्थ्य परीक्षण कर उपचार करवाया। इस दौरान मलेरिया जांच में 11 मरीज पॉजिटिव पाए गए, वहीं 14 लोगों में मोतियाबिंद और 3 बच्चों में कुपोषण की समस्या मिली। रोगी पाए गए ग्रामीणों को उपचार उपरांत आवश्यकतानुसार दवा दी गयी। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इन गांवों में ग्रामीणों को विभाग की योजनाओं से अवगत कराया गया। ऐसे ही विभाग के द्वारा पिछले एक वर्षों से लगातार ऐसे दुर्गम क्षेत्रों का चिन्हांकन वहां पहुंचकर स्वास्थ्य लाभ एवं विभाग की योजनाएं पहुंचाई जा रही है।
उक्त टीम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक संदीप ताम्रकार खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ सुमित दलाल डॉ ऋषभ कोचर डॉक्टर दिलेश वर्मा आर एम एन सी एच से सलाहकार डॉ गीतू हरित मीडिया अधिकारी अंकित सिंह डब्ल्यूएचओ सलाहकर कुमार गौरव, अतीक अंसारी, राजेश बेहरा डीके साहू आर एच ओ नैना कश्यप, शमीम रजा एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी शामिल थे।