दन्तेवाड़ा
एक घंटे तक फायरिंग, नक्सली भागे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दंतेवाड़ा, 23 जून। बीती रात बैलाडीला की पहाड़ी के नीचे हाल ही में स्थापित सीएएफ कैंप में जंगल की तरफ से नक्सलियों ने कैंप पर अचानक हमला कर दिया। जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया। जवानों और नक्सलियों के बीच करीब एक घंटे तक फायरिंग चली। जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया, जिससे नक्सली भाग गए। हमले में 2 जवान व कैंप में काम कर रहे 2 मजदूर घायल हुए हैं। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। मामले की पुष्टि एएसपी राजेंद्र जायसवाल ने की है।
दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि नक्सल हमले में 2 जवान व कैंप में काम कर रहे 2 मजदूर घायल हुए हैं। उन्हें हल्की चोटें आई हंै। सभी को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
पुलिस के मुताबिक, बुधवार की रात करीब 8.30 से 9.30 बजे के बीच जंगल की तरफ से नक्सलियों ने कैंप पर अचानक हमला कर दिया। गोलीबारी की आवाज सुनकर जवानों ने भी मोर्चा संभाल लिया। जवानों और नक्सलियों के बीच करीब एक घंटे तक फायरिंग चली।
दोनों ओर से चली गोलीबारी में जवानों ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया है। इसके बाद नक्सली जंगल की ओर भाग गए। हमले में 2 जवान व कैंप में काम कर रहे 2 मजदूर घायल हुए।
बताया जाता है कि घायलों के लिए रवाना 108 वाहन का मार्ग रोकने नक्सलियों ने ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया था। पहुंचविहीन और नक्सल प्रभावित इलाका होने की वजह से फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं मिल सकी है।
हाल ही में स्थापित किया गया था कैंप
दरअसल, बैलाडीला की पहाड़ी के नीचे स्थित नक्सल प्रभावित गांव हिरोली में हाल ही में पुलिस कैंप स्थापित किया गया है। यह इलाका नक्सलियों का कोर इलाका है। यहां दरभा डिवीजन की मलांगेर एरिया कमेटी सक्रिय है। जिस जगह पर कैंप खोला है, वह नक्सलियों के आवागमन का एक ही जरिया था। इसी वजह से माओवादियों में बौखलाहट है।