गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 7 जुलाई। जिले के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर सरकार के वादा खिलाफी का आरोप लगाया है विरोध प्रदर्शन कर रैली निकाला गया रैली में 1500 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका भाग लिया। अपनी मांगों 6 सूत्रीय मांग पत्र संयुक्त कलेक्टर निशा ठाकुर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया, जल्द से जल्द पूरा करने का मांग किया गया।
अपनी मांगों के संबंध में जानकारी देते हुए जिलाध्यक्ष मंजरी गुप्ता ने बताया की शिक्षाकर्मियों की भांति समिति बनाकर प्रदेश के सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को शासकीय कर्मचारी घोषित किया जाए। वर्तमान प्रदेश सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नर्सरी शिक्षक में उन्नयन करने एवं कलेक्टर दर पर वेतन देने का घोषणा किया था जो आज तक अधूरा है। सामाजिक सुरक्षा के रूप में मासिक पेंशन एवं समूह बीमा योजना नीति निर्धारण कर लाभ दिए जाने की घोषणा किए थे, इसके साथ ही सेवानिवृत्त या मृत्यु होने पर कार्यकर्ताओं को 5 लाख और सहायिकाओं को तीन लाख देने की मांग किया गया।
इस हेतु संघ का मांगने सुझाव पत्र संलग्न है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुपरवाइजर के रिक्त पद पर बिना उम्र बंधन एवं बिना परीक्षा दिए भक्ति किया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मृत्यु होने पर अनुकंपा नियुक्ति लिया जाए। पोषण ट्रैकर ऐप में जब तक मोबाइल नेट चार्ज भत्ता नहीं दिया जाता तब तक एंट्री करना बंद करें।
इस तरह से 6 सूत्री मांगों को को लेकर गरियाबंद के रावण भाटा में धरना प्रदर्शन रैली कर ज्ञापन मुख्यमंत्री के नाम सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रमुख रूप से संघ के संरक्षक बसंत त्रिवेदी छत्तीसगढ़ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ जिला गरियाबन्द जिलाध्यक्ष मंजरी गुप्ता, उप जिलाध्यक्ष कल्याणी मिश्रा, ब्लाक अध्यक्ष ईश्वरी वर्मा, ब्लाक अध्यक्ष हेमिन निर्मलकर, ब्लाक अध्यक्ष अम्बिका बघेल, ब्लाक अध्यक्ष दुलारी साहू, ब्लाक कोषाध्यक्ष महेश्वरी देवदास, ब्लाक सचिव कचरा साहू, लेखप्रभा, बिरेन्द्री बघेल, पद्मिनी साहू, लक्ष्मी शर्मा, केसर साहू, मंजुला तिवारी, लखेश्वरी साहू उपस्थित रहे।