गरियाबंद
एक साल बाद सभी गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबन्द, 11 जुलाई। आठ माह पूर्व हुए ग्राम पेण्ड्रा में मृतक रूपराम यादव की मृत्यु के अनसुलझे मामले को सुलझाने की चुनौती लेकर मामले में सफलता हासिल करते हुए हत्या का खुलासा किया है।
उक्त मामला थाना छुरा क्षेत्र का है, जहां 7 सितंबर 2021 को मृतक रूपराम यादव पिता मानसिंह यादव (32) निवासी ग्राम देवपरसुली थाना पीपरछेड़ी के अपने ससुराल ग्राम पेण्ड्रा से गुमशुदा होने की रिपोर्ट थाना छुरा में की गई थी। कुछ दिन बाद ही 14 सितंबर 2021 को मृतक की लाश सड़ी-गली अवस्था में गांव के ही कोलिहामुड़ा तालाब के पास महुआ पेड़ के नीचे मिलने से थाना छुरा द्वारा मर्ग कायम कर जांच में लिया गया था।
जांच दौरान मृतक रूपराम यादव की पत्नी का भाई चन्द्रकुमार यादव, रैनसिंह यादव व तनसुख यादव को थाना बुलाकर पूछताछ की गई। चन्द्रकुमार यादव एवं गांव के वेदराम ध्रुव, कमलेश व सुमेश ध्रुव द्वारा 7 सितंबर 2021 को अपने जीजा की अपने साथियों के साथ हत्या करना कबूला। छुरा पुलिस द्वारा अपराध पंजीबद्ध कर आरोपियों की पता तलाश में जुट गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम द्वारा ग्राम पेण्ड्रा में आरोपी चन्द्रकुमार यादव, वेदराम ध्रुव, कमलेश ध्रुव, खुमेश ध्रुव के घर में दबिश देकर आरोपियों को हिरासत में लेकर थाना लाकर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए बताया कि ग्राम पेण्ड्रा कोलिहामुड़ा तालाब के पास 7 सितंबर 2021 को महुआ शराब पीने के लिए मांगने एवं शराब नहीं देने पर गाली देने पर उपजे विवाद के चलते मृतक की पत्नी के भाई चन्द्रकुमार यादव द्वारा जीजा रूपराम के पैर को पकडक़र दबाकर एवं कमलेश ध्रुव तथा खुमेश ध्रुव द्वारा एक एक हाथों को पकडक़र दबाये रखा तथा वेदराम ध्रुव ने रूपराम यादव की गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।