कोरबा
समर्थकों ने सैलून के गुजरने पर लाल-काले झंडे दिखाकर किया विरोध प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 12 जुलाई। रेलवे बोर्ड चेयरमेन बिलासपुर जोन में तीन दिन तक रहे लेकिन जनप्रतिनिधियों से दूरी बनाकर चल रहे थे। कोरबा में मुलाकात का समय नहीं मिलने से नाराज पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर कुर्सी लगाकर पटरी पर बैठ गए। उनके सैलून को लाल व काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया गया।
रेलवे बोर्ड चेयरमेन बीते चार दिनों से छत्तीसगढ़ और ओडिशा के दौरे पर थे। उनके दौरे का उद्देश्य कोयला लदान और अधोसंरचना विकास की गतिविधियों का निरीक्षण तथा कुछ निर्माण कार्यों का फीता काटना था। इस दौरान जनप्रतिनिधि रेलवे से जुड़ी समस्याओं, खासकर यात्री ट्रेनों को बंद करने से लाखों लोगों को हो रही परेशानी पर चर्चा करना चाहते थे। कोरबा जिले के रामपुर से प्रतिनिधित्व करने वाले विधायक व पूर्व गृह मंत्री ननकीराम कंवर ने उनसे मुलाकात के लिए समय मांगा था, स्थानीय अधिकारियों ने इसकी अनुमति देने से इंकार कर दिया। इससे नाराज होकर सोमवार को कंवर अपने समर्थकों के साथ उस ट्रैक पर बैठ गए, जिससे सीआरबी का सैलून निकलने वाला था। सैलून जब पास आई तो आरपीएफ के जवान सक्रिय हुए और समझा-बुझाकर आंदोलनकारियों को ट्रैक से हटाया। उन्होंने चेयरमैन से मुलाकात कराने का आश्वासन दिया लेकिन यह मुलाकात नहीं हुई। सैलून के गुजरने पर समर्थकों ने लाल व काले झंडे दिखाकर अपना विरोध प्रदर्शन किया।