गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नवापारा-राजिम, 13 जुलाई। छत्तीसगढ़ कहार भोई समाज महासभा द्वारा लगभग दो साल के लंबे अंतराल के बाद दो दिवसीय महासभा का आयोजन महासभा भवन रायपुरा में प्रारंभ हुआ।
पिछले महीने हुए कार्यकारिणी की बैठक में इसके आयोजन के लिए प्रस्ताव पारित हुआ था और सभी की सहमति से इसके लिए रूपरेखा तय की गई थी।मिली जानकारी के अनुसार प्रथम दिवस शनिवार को कार्यक्रम की शुरुआत जगतजननी कुलदेवी मां कन्हाई परमेश्वरी की पूजा अर्चना से हुई।
तदुपरांत कोरोना काल में दिवंगत हुए सामाजिक बंधुओं की को श्रद्धांजलि दी गई। साथ ही नवीन राज्य पदाधिकारियों का श्रीफल भेंटकर सम्मान किया गया। इसके साथ ही नियमानुसार राज्यों से टीका एवं सदस्यता शुल्क जमा करने के साथ ही राज्यों से आए विभिन्ना सामाजिक विषयों पर चर्चा हुई। समस्त पदाधिकारियों व राज पंचों की सहमति से नए राज के रूप में पंडरिया (मुंगेली) को शामिल किया गया।
इसके उपरांत महासभा में हुए आय-व्यय के लिए आडिट कमेटी बनाने पर चर्चा हुई एवं सर्वसम्मति से विभिन्ना राज से प्राप्त सुझाव अनुसार आडिट कमेटी का गठन किया गया। साथ ही विभिन्ना राज्यों से आए राज पदाधिकारियों, महासभा के पूर्व पदाधिकारियों एवं उपस्थित पंचों की सहमति से सामाजिक नियमावली में के संबंध में गहन विचार विमर्श कर संशोधन किया गया।
कार्यक्रम के व्दितीय दिवस कहार मित्र मंडल द्वारा समाज के एकीकरण के प्रयास की जानकारी दी गई। इसी बीच चुनाव अधिकारी एवं सहयोगी सदस्यों का मनोनयन किया गया जिसमें मनीष अवसरिया बिन्द्रावनराज को चुनाव अधिकारी एवं अजय कश्यप राजिम, विकास औसर महासमुंद व नागवंशी कांकेर राज को चुनाव के लिए सहयोगी मनोनीत किया गया।
जिन्होंने महासभा के प्रदेश पदाधिकारियों के निर्वाचन की प्रक्रिया प्रारंभ की। जिसमें प्रदेशाध्यक्ष नवापारा राजिम राज के भुवनलाल अवसरिया, महासचिव रायपुर राज के पुष्कर कहार व कोषाध्यक्ष के रूप में काजल कहार चुने गए।
कोषाध्यक्ष पद के लिए दो नामांकन आए थे जिसमें से रूपेश भार्गव ने अपना नामांकन वापस ले लिया। नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष अवसरिया ने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता समाज को संगठित करने के लिए समाज का एकीकरण, पश्चात विभिन्ना सामाजिक आयोजनों के लिए भवन का निर्माण के साथ ही समाज के विकास की दिशा में प्रयास करना होगा। इस दौरान पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुंदन औसर, कैलाश कौशल, नवापारा राजिम से विक्रम धुम्रकेतु, अजय कश्यप, मुकेश अवसरिया, नवीन चमन, खिलावन घेवरिया, अर्जुन यमराज, मिलन धुम्रकेतु, विजय कश्यप, बिसौहा मांछल, वीरेन्द्र गौतम,महासमुंद से दीपक औसर, गौरीशंकर देवांगन, रायपुर से पूर्व महासभा उपाध्यक्ष श्रीमती रूखमणी कश्यप, मोहन सैनिक, एमन बोयर, कुरूद से सोहन कश्यप, आरंग से हेमंत सैनिक, बिन्द्रावन से भूखन, संतोष बोयर, तरेंगा से श्यामू भोई, चारामा से नंदकिशोर गौतम, दुर्ग से रामबिशाल, महासभा उपाध्यक्षा मंजू अमर भोई, राजनांदगांव से नारायण भोई, पाटन से दुर्गेश कश्यप, न्यू राजेन्द्र नगर से दिनेश कहार, अपना राज से मंदिर प्रभारी पोषण कहार, होरीलाल, सिमगा राज से गोपाल मानस, नवापारा नगर देवांगन समाज के वरिष्ठ उमाशंकर देवांगन आदि मौजूद थे।