कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 24 जुलाई। विकासखंड मुख्यालय से महज 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बोड़ला थाना के ग्राम पंचायत मुड़घुसरी मैदान के बीजानाला में खेत मे काम करने के दौरान हाथ पैर धोने गए दादी और पोती अचानक नदी में बाढ़ आ जाने से उसमें बह गए, जिससे दादी व पोती की मौत हो गई ।
बाढ़ में बहने के बाद बच्ची का शव दो-तीन घंटे बाद एक डेढ़ किलोमीटर दूर मिल गया था लेकिन दादी का शव सवेरे नदी का पानी कम होने के बाद घटनास्थल से महज 200 से 300 मीटर की दूरी पर मिला।
घटना की जानकारी मिलते ही तत्काल घटनास्थल पर बोड़ला पुलिस पहुंच गई । ग्रामीणों और पुलिस की मदद से लगातार बुजुर्ग महिला को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। एक ही परिवार के 2 लोगों के बाढ़ में मौत होने से पूरे क्षेत्र में हडक़ंप मच गया है पूरे गांव सहित परिवार में मातम का माहौल है। अभी 2 दिन पहले ही पंडरिया में इसी तरह तालाब में डूबने से एक ही परिवार के 2 लोगों की मृत्यु हो गई थी बारिश के मौसम में जिले में है दूसरा मामला है
धान रोपाई में गए थे
घटना के विषय में जांच कर रहे बोड़ला थाना के टीआई व्यास नारायण चुरेंद्र ने बताया कि धन सिंह मरावी अपनी पत्नी बेटे बहू व नाती पोते के साथ बीजानाला के पास स्थित खेत में धान का पौधा रोपने गए थे ,उसी दौरान उसकी पत्नी सगोनाबाई उम्र 65 वर्ष व उसकी पोती कुमारी ज्ञानेश्वरी पिता हेमराज मेरावी उम्र 4 साल दोपहर 3से साढ़े तीन बजे के आसपास बीजानाला में हाथ पैर धोने के लिए आए थे ।काफी समय तक के वे वापस नहीं आए तो धन सिंह मेरावी उन्हें देखने के लिए नदी के पास आया तो देखा उसी दौरान अचानक बरसाती नदी में बाढ़ आ गई है और उसकी पत्नी का साड़ी बाढ़ के पानी में दिख रहा था दुर्घटना की आशंका से उसने खेत में काम कर रहे परिजनों को चिल्लाकर बुलाया परिजनों ने आकर नदी में बच्ची और पोती को तलाशने में जुट गए ।
काफी दूर मिली बच्ची की लाश
घटना के बाद बच्ची को तलाशने के लिए गांव वाले और परिवार वाले जुट गए थे ।काफी खोजबीन के बाद बच्ची का शव गांव से लगभग डेढ़ 2 किलोमीटर दूर बाबा पथरा के पास नदी में मिला वहीं दादी सगोनाबाई का पता सवेरे चल पाया है।टीआई श्री चुरेंद्र ने बताया कि पुलिस के जवानों व ग्रामवासियों व कोटवार को बाढ़ में वही सगोना भाई के शव पतासाजी में लगा दिया गया था काफी मेहनत के बाद सवेरे दादी का शव मिला।रात में ही नदी पर पडऩे वाले आसपास के गांव में कोटवार के द्वारा मुनादी कर घटना की सूचना दे दी गई थी जिला से गोताखोरों की टीम भी घटनास्थल पर पहुंच गई थी।
वनांचल के बरसाती नालों में होती है हर साल ऐसी घटनाएं
बारिश के दिनों में जिले में यह दूसरी घटना है अभी कल ही कुई कुकदुर क्षेत्र के डेंगूजाम तलाब में नहाने गए दो भाइयों की डूबने से मौत हुई थी और आज बरसाती नाले के बाढ़ में बह जाने से यह घटना घटी है ।
गौरतलब है कि जिले के अधिकांश वनांचल क्षेत्रों के बरसाती नालों में इस तरह की घटनाएं घटती रहती है पिछले साल चिल्फी घाटी में इसी तरीके से पति और पत्नी बरसाती नाले में अचानक आई बाढ़ से बह गए थे जिससे पति की मौत हो गई थी और पत्नि को बमुश्किल बचाया जा सका था। इसी तरह पंडरिया विकासखंड के कुई कुकदुर क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं बारिश के दिनों में अक्सर घटती रहती है।