राजनांदगांव
नक्सल क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए कड़े बंदोबस्त, गश्त भी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 26 जुलाई। नक्सलियों के सालाना शहीद सप्ताह के मद्देनजर जिले में सुरक्षा के कड़े बंदोस्त किए जा रहे हैं। 28 जुलाई से 3 अगस्त तक नक्सली शहीद सप्ताह मनाते हैं। इस दौरान नक्सली लोगों से कामकाज बंद कर संगठन के मारे गए साथियों की याद में शोक सभाओं में शामिल होने और नक्सल विचारधारा को आगे बढ़ो पर जोर देते हैं।
राजनांदगांव जिले के उत्तरी और दक्षिणी इलाका नक्सल गतिविधियों का केंद्र रहता है। नक्सली मोहला-मानपुर से लेकर बकरकट्टा और साल्हेवारा क्षेत्रों में गतिविधियां चला रहे हैं। पिछले कुछ सालों में नक्सलियों को फोर्स की तगड़ी मोर्चाबंदी से काफी नुकसान हुआ है। पुलिस ने नक्सलियों के प्रभाव पर जबर्दस्त प्रहार किया है। लिहाजा शहीद सप्ताह के दौरान नक्सली आक्रामक नीति अपनाते हुए बैनर-पोस्टर फेंकते हैं। मानपुर के अंदरूनी इलाकों में नक्सलियों की सक्रियता को लेकर पुलिस महकमा अलर्ट है। सीमावर्ती राज्यों के साथ जिले के श्ीर्ष अफसर संवाद बनाए हुए हैं।
सीमावर्ती राज्य महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के बालाघाट पुलिस के साथ गोपनीय सूचनाओं का आदान-प्रदान भी होने लगा है। इधर 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीद सप्ताह के चलते थानों को हाई अलर्ट किया गया है। नक्सली शहीद सप्ताह के पहले दिन यातायात ठप्प रखने की नक्सली कोशिश करते हैं। पुलिस नक्सल प्रभाव को कमकरने के इरादे के साथ अलग-अलग क्षेत्रों में गश्त कर रही है। आला अफसरों ने नक्सल क्षेत्रों के बेस कैम्पों में एहतियात बरतने के निर्देश दिए गए हैं। 28 जुलाई से 3 अगस्त तक नक्सली मूवमेंट पर पुलिस का पूरा ध्यान रहेगा। नक्सल हिंसक उपद्रवकी आशंका के मद्देनजर भी सीमा पर पुलिस की पैनी निगाह है।
तीन साल पहले मारे गए थे शीर्ष नक्सली
करीब तीन साल पूर्व शहीद सप्ताह के आखिरी दिन राजनांदगांव-गोंदिया बार्डर में गश्ती दल ने दर्रेकसा दलम के शीर्ष नक्सलियों को ढेर कर दियाथा। तत्कालीन एसपी कमलोचन कश्यप के कार्यकाल में सीतागोटा क्षेत्र के काली पहाड़ में नक्सलियों के कैम्प लगाए जाने की सूचना पर जवानों ने 7 नक्सलियों को मार गिराया था। इन नक्सलियों के पास से जवानों को एके-47 जैसे अत्याधुनिक हथियार भी मिले थे। वहीं मारे गए नक्सलियों में महिला भी शमिल थी। शहीद सप्ताह के आखिरी दिन 2-3 अगस्त की दरम्यानी रात को नक्सलियों को घेरकर जवानों ने अपने गोली से छलनी कर दिया थ। इस सफलता से पुलिस महकमे की धाक बढ़ी थी।