राजनांदगांव
स्वास्थ्य कर्मियों-मरीजों के सामने बढ़ी परेशानी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 29 जुलाई। बारिश में मरीजों को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चिल्हाटी जाना अपनी जान किसी बड़ी जोखिम में डालने से कम नहीं है। छग-महाराष्ट्र की सीमा पर दो दर्जन से अधिक ग्रामों के निवासियों के बेहतर स्वास्थ्य व चिकित्सा सुविधाओं के लिए संचालित इस हास्पिटल में पखवाड़ेभर से लोगों का आना-जाना बंद हो गया है। स्वास्थ्य केन्द्र तक पक्की सडक़ नहीं होने से मरीजों को ही नहीं, बल्कि यहां पदस्थ कर्मचारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हास्पिटल भवन के सामने घुटनेभर कीचड़ व बरसाती पानी के जमा होने से आमजनों की परेशानी बढ़ गई है, लेकिन समस्या के निराकरण के लिए किसी को कोई चिंता ही नहीं है।
प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिल्हाटी एक नहीं कई समस्याओ से घिरा हुआ है। दो राज्यों की सीमा पर स्थित चिल्हाटी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र इस क्षेत्र का वर्षों पुराना शासकीय स्वास्थ्य केंद्र है। इस अस्पताल में बार्डर के दो दर्जन से अधिक गांव के 20 हजार से अधिक की आबादी को स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त होती है। बारिश में यह अस्पताल मरीजों ही नहीं, बल्कि केंद्र में पदस्थ स्वास्थ्य कर्मचारियों के लिए बड़ी मुसीबत बन जाती है।
चिल्हाटी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिल्हाटी बस्ती से एक किमी दूर चिल्हाटी-कोरचाटोला मुख्य मार्ग पर पहाड़ी पर स्थित है। मुख्य मार्ग से स्वास्थ्य केन्द्र तक पक्की सडक़ का निर्माण नहीं हुआ है। स्वास्थ्य कर्मचारियो ने बताया कि पिछले एक साल से पुराना हास्पिटल भवन के पीछे नया हास्पिटल भवन निर्माणाधीन है। निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदार ने यहां स्वास्थ्य केन्द्र भवन के सामने पहुंच मार्ग में मुरूम की जगह मिट्टी डाल दिया है। जिससे अस्पताल पहुंच मार्ग बारिश में कीचड़ में बदल गया है।
इस कारण मरीजों व उसके परिजनों के साथ ही अस्पताल में पदस्थ कर्मचारियों के लिए यहां आवागमन करना किसी संकट से कम नहीं है।
बीएमओ डॉ. आरआर धुर्वे का कहना है कि पीएचसी से समस्या की जानकारी प्राप्त हुई है। सडक़ निर्माण सहित अन्य सुविधाओं के लिए विभाग के शीर्ष अधिकारियो को जानकारी दी गई है।