कोरिया
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 3 अगस्त। शहर के मूल निवासी और पिछले चार दशकों से रायपुर में रहकर साहित्य और पत्रकारिता की सेवा करने वाले गिरीश पंकज को उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान, लखनऊ का महत्वपूर्ण सम्मान साहित्य भूषण मिलेगा। संस्थान द्वारा प्रतिवर्ष दिए जाने वाले विभिन्न सम्मानों की घोषणा हो गई है। इसमें ढाई लाख रुपए की पुरस्कार राशि भी मिलेगी।
उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान ने वर्ष 2021 के पुरस्कार घोषित किए। संस्थान का प्रतिष्ठित 8 लाख रूपए का भारत भारती सम्मान दिल्ली के डॉ. रमानाथ त्रिपाठी को देने का निर्णय लिया गया। 5 लाख रूपए का लोहिया साहित्य सम्मान देहरादून के बुद्धिनाथ मिश्र को देने की घोषणा हुई। वहीं मनेंद्रगढ़ की महत्वपूर्ण साहित्य संस्था संबोधन के संस्थापक सदस्य और अध्यक्ष रह चुके गिरीश पंकज की अब तक विभिन्न विधाओं में 100 से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। इसमें 11 उपन्यास, 30 व्यंग्य संग्रह शामिल है। हिंदी भवन दिल्ली से उन्हें 1 लाख रूपए राशि वाले व्यंग्य श्री सम्मान भी प्रदान किया जा चुका है। पंकज गत 40 सालों से साहित्य साधना में संलग्न हैं।
इनकी प्रारंभिक शिक्षा मनेन्द्रगढ़ में हुई फिर रायपुर में आकर पिछले चार दशकों से पत्रकारिता और साहित्य की सेवा में लगे रहे। इस वक्त वे छत्तीसगढ़ राष्ट्रभाषा प्रचार समिति के अध्यक्ष हैं। गिरीश पंकज को साहित्य भूषण सम्मान मिलने पर संबोधन साहित्य परिषद और शहर के साहित्यिक लोगों ने उन्हें बधाई प्रेषित की है।