कोरिया
संबोधन वाचनालय एवं पुस्तकालय पुन: प्रारंभ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
मनेन्द्रगढ़, 3 अगस्त। भारत की आजादी का 75वां वर्ष महज गिनती नहीं, बल्कि यह हमारे देश का महापर्व है। देश और देशवासियों से जुड़ी गौरव की इस अनुभूति को हम प्रतिदिन संबोधन पुस्तकालय एवं वाचनालय में उपस्थित होकर महसूस करेंगे एवं 15 अगस्त तक हर दिन इसका मान बढ़ाएंगे। नगर की गौरवशाली परंपरा आज पुन: शुभारंभ होने जा रही है। पुस्तकालय में भी आजादी के 75 वर्ष का प्रतीक लगाया जावे।
उक्त बातें संबोधन संस्थान के मार्गदर्शक अनिल केशरवानी ने संबोधन वाचनालय एवं पुस्तकालय के शुभारंभ के दौरान कही। इस अवसर पर सदस्यों ने संबोधन पुस्तकालय के पुन: प्रारंभ होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।
पूर्व अध्यक्ष विनोद तिवारी ने कहा कि नगर के मध्य यह लाइब्रेरी आने वाली पीढिय़ों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी। नारायण प्रसाद तिवारी ने कहा संबोधन वाचनालय एवं पुस्तकालय के प्रारंभ होने से संस्था की पुरानी पहचान वापस लौट आई है।
वाचनालय के लिए विशेष आर्थिक सहयोग की घोषणा करते हुए सतीश उपाध्याय ने कहा नगर के साहित्यकारों को अब वाचनालय की बेहतरीन सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। संजय ताम्रकार ने कहा कि शीघ्र ही वाचनालय की साज-सज्जा के लिए और उत्तम प्रयास किया जाएगा।
नरेंद्र अरोड़ा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा कि संबोधन पुस्तकालय एवं वाचनालय के संचालन से आपसी संवाद बढ़ेगा तथा आत्मीयता और प्रगाढ़ होगी। अरविंद वैश्य ने संबोधन वाचनालय के प्रारंभ होने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इससे संस्था की पहचान और पुख्ता होगी।
संस्थान के अध्यक्ष जगदीश पाठक ने इस अवसर पर आम नागरिकों से संबोधन पुस्तकालय के लिए पत्र-पत्रिकाओं को दान देने की अपील की। उन्होंने इस बात का भी सुझाव दिया की, संबोधन के सदस्यों को अच्छी पत्र-पत्रिका दान लेने के लिए एक व्यापक मुहिम चलाना चाहिए।
पुस्तकालय प्रभारी उपकार शर्मा ने बतलाया कि प्रतिदिन लाइब्रेरी का संचालन सायं 5 बजे से रात्रि 8 बजे तक किया जाएगा जिसे आयुष गौतम संचालित करेंगे। कार्यक्रम के अंत में संबोधन वाचनालय एवं पुस्तकालय के पुन: प्रारंभ होने पर सदस्यों द्वारा एक-दूसरे को बधाई देते हुए मिष्ठान्न वितरण किया गया।