रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 5 अगस्त। पुलिस गाड़ी में प्रसूता को लाते समय अधिक पीड़ा होने पर गाड़ी में ही प्रसव कराया गया। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं।
गुरुवार के तडक़े करीब 3:34 बजे डायल 112 कंट्रोल रूम रायपुर को कॉल कर महिला ने बताया कि उसके पड़ोस में रहने वाली महिला प्रसव पीड़ा से तड़प रही है जिसे अस्पताल ले जाने के लिए उनके पास स्वयं कोई साधन नहीं है।
कमांड कंट्रोल द्वारा तमनार राइनो को मेडिकल इवेंट देकर ग्राम पुरी थाना घरघोड़ा पहुंचने निर्देशित किया गया। रात्रि ड्यूटी पर कार्यरत आरक्षक दीप रोशन एक्का और ईआरव्ही वाहन चालक दिनेश सारथी कॉलर से संपर्क कर जानकारी लिया। पीडि़ता की स्थिति को समझते हुए राइनो स्टाफ मेन रोड में जाम में फंसने के बजाय गांव बस्ती सडक़ से ग्राम पुरी पहुंचे। जहां गर्भवती देवमती मांझी उम्र 22 वर्ष उसके पति तथा परिवार की महिला और गांव की मितानिन को ईआरव्ही में बिठाकर तत्काल सीएचसी घरघोड़ा के लिए रवाना हुए। रास्ते में ग्राम घरघोड़ी के नजदीक गर्भवती महिला को प्रसव पीड़ा असहनीय होने पर वाहन को रास्ते में रोककर आरक्षक दीप रोशन व वाहन चालक वाहन से नीचे उतरे। दोनों महिलाओं द्वारा देवमती का सुरक्षित प्रसव वाहन में ही कराया गया जिसके बाद जच्चा-बच्चा को लेकर राइनो वाहन घरघोड़ा अस्पताल पहुंची। देर रात्रि राइनो स्टाफ के कार्य के प्रति निष्ठा को देखते हुए प्रसूता और उसके परिवारवाले से उन्हें साधुवाद दिया गया है।