सरगुजा
जिपं सामान्य प्रशासन की बैठक में अकाल की स्थिति और किसानों को राहत देने कार्ययोजना का मुद्दा छाया रहा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 6 अगस्त। जिला पंचायत सामान्य प्रशासन की बैठक में अकाल की स्थिति और किसानों को राहत देने भविष्य की कार्ययोजना तैयार करने का मुद्दा छाया रहा। जिपं उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह ने आवश्यक तैयारियां अविलम्ब पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में सिर्फ 18 प्रतिशत धान की रोपाई हुई है, 70 प्रतिशत किसानों ने सीधे बुआई की है। सीधे बोई गई फसल पानी की कमी और घास उग आने से बर्बाद हो गयी है। किसानों का थरहा अब उत्पादन योग्य नहीं रहा। ज्यादतर किसानों की नर्सरी 50 दिन से ज्यादा पुरानी हो गई है। अवर्षा की स्थिति को देखते हुए खरीफ सीजन के लिए कुलथी, मूंग आदि के बीज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
जिपं उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने रबी सीजन की अग्रिम तैयारी करने कहा है। उन्होंने किसानों की मांग के अनुसार सरसो, तोरिया, मटर, चना, मूंग के बीज का भंडारण सभी विकासखण्डों में करने का निर्देश दिया। उद्यान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में मौसम उद्यानिकी के लिए कमोवेश उपयुक्त है। उद्यान विभाग को किसानों के लिए पोषण किट, नर्सरी के साथ साथ मेलचिंग नेट की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही गयी।
मत्स्य विभाग को मछली पालन की तैयारी करने कहा गया है। सामान्य प्रशासन की बैठक में जिपं सदस्य राकेश गुप्ता, सरला सिंह, अनिमा केरकेट्टा, सुनील बखला सहित सदस्यगण उपस्थित थे।
कार्ययोजना ऐसी बनाये सबको मिले लाभ
जिला पंचायत सदस्यों ने समवेत स्वर में कहा कि जिले के एक लाख चालीस हजार किसानों में से 36 हजार ऋणी किसानों और 5 हजार अऋणी किसानों का ही फसल बीमा हो सका है, जबकि 95 हजार से ज्यादा किसान पीएम किसान सम्मान योजना के लिए पंजीकृत हैं। करीब 54 हजार ऐसे किसान हंै, जिन्हें फसल बीमा का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ऐसी कार्ययोजना तैयार करें, जिससे सभी को लाभ मिल सके।