बस्तर

जयंती पर महेन्द्र कर्मा को श्रद्धांजलि
07-Aug-2022 7:24 PM
जयंती पर महेन्द्र कर्मा को श्रद्धांजलि

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 7 अगस्त।
बस्तर जिला कांग्रेस कमेटी शहर द्वारा बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा की जयंती स्थानीय राजीव भवन में सादगी व गरिमा के साथ मनाई गई। इसके उपरांत शहर के  झंकार चौक स्थित बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा की आदमकद मूर्ति पर जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा सहित जनप्रतिनिधिगण व जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की गरिमामय उपस्थिति में माल्यार्पण कर श्रद्धांसुमन अर्पित की गई। 

उनके जीवनी पर प्रकाश डालते हुए जिलाध्यक्ष राजीव शर्मा ने कहा कि शहीद महेंद्र कर्मा छत्तीसगढ़ के कद्दावर नेताओं में से थे। परिवर्तन यात्रा के दौरान झीरम नक्सल हमले में उन्होंने भी अपने प्राणों की आहुति दी। उन्होंने बस्तर में कांग्रेस की मजबूती के लिए कई योगदान दिया था, कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व द्वारा दिए गए जवाबदारी का उन्होंने ईमानदारी के साथ निर्वहन किया। बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा बस्तर की आवाज हुआ करते थे, उनकी कार्य करने की शैली अदभुत थी, वाकई उन्होंने एक टाइगर की तरह बस्तर में अपनी भूमिका निभाई। 

छात्र जीवन से ही राजनीति में लीडरशिप के रूप में एक अपनी पहचान बनाई है, बस्तर सहित पूरा प्रदेश उनकी कार्यशैली से काफी प्रभावित था, व्यावहारिकता और कुशल नेतृत्व उनके जीवन में कूट-कूट के भरी थी। अपने क्षेत्र में भी उन्होंने पार्टी की मजबूती के लिए कई कार्य किए। बस्तर के कद्दावर नेता बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा बस्तर की राजनीति में बस्तर टाइगर के नाम से जाने वाले महान नेता रहे। शहीद महेंद्र कर्मा ने बस्तर के जनता के प्रति उनकी समर्पण भावना आदिवासियों के उत्थान की सोच और जरूरतमंदों के लिए हमेशा मददगार एवं सरकार पक्ष की हो या विपक्ष की हमेशा कार्यरत रहे।

जिलाध्यक्ष बलराम मौर्य, जनप्रतिनोधियों व पदाधिकारियों ने कहा कि कद्दावर नेता शहीद महेंद्र कर्मा सरल सौम्य व्यक्तित्व के धनी थे राज्य विभाजन के बाद विपक्ष में रहते हए सन 2003 से 2008 तक नेता प्रतिपक्ष के पद पर आसीन थे सलवा जुडूम अभियान के जन्मदाता व नेता बस्तर टाइगर शहीद महेंद्र कर्मा नक्सलियों के टारगेट में सबसे ऊपर पंक्ति में थे महेंद्र कर्मा को नक्सलियों का विरोध करने की बड़ी कीमत भी चुकानी पड़ी, नक्सलियों ने उन पर कई बार जानलेवा हमले किया पर हर बार वे बच निकलते थे नक्सलियों ने उनके परिवार पर भी हमला करना शुरू कर दिया था कर्मा परिवार के दो दर्जन से ज्यादा सदस्यों की नक्सलियों ने निर्मम हत्या की, बावजूद उसके नक्सलियों से लोहा लेने में पीछे नहीं रहे आखरी सांस तक उन्होंने बस्तर के माओवादियों का सामना किया।

इस श्रद्धांजलि कार्यक्रम में  जनप्रतिनिधियों , वरिष्ठ कांग्रेसी व  कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news