दुर्ग
ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर ने स्वयं आकर सुनी मजदूरों की पीड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 8 अगस्त। नान में नया टेंडर होने के बाद ठेकेदार द्वारा बाहरी मजदूरों से काम लेने के प्रयासों से भडक़े कई साल से काम करने मजदूरों ने पुराने मजदूरों को ही काम पर लेने की मांग को लेकर नान के गेट के बाहर एक हफ्ते से धरने पर बैठे थे।
कल शासन प्रशासन और मजदूरों के बीच चर्चा हुई थी जिसमें इस बात पर सहमति बनी थी कि पूर्व की भांति ही पुराने मजदूरों को ही काम पर रखा जायेगा और नये मजदूरों को काम नहीं दिया जायेगा, सहमति बन जाने के बाद नान के मजदूरों ने धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया और लोडिंग अन लोडिंग का काम भी शुरू कर दिया थोड़ी देर बाद ही नान के डीएम राही ने ठेकेदार से सांठगांठ करके कुछ नये मजदूरों को परिसर में घुसा दिया और उनसे काम लेने का प्रयास करने लगे इससे नान के पुराने मजदूर भडक़ गये और पुन: काम बंद करके धरने पर बैठ गये, इस घटना से गुस्साये नान के श्रमिकों ने आज मुख्यमंत्री आवास का घेराव करके अपनी व्यथा से अवगत कराने का निर्णय लिया था
नान के सैकड़ों श्रमिक कल दोपहर मुख्यमंत्री आवास पहुंचे लेकिन उन्हें पुलिस ने बाहर रोक लिया इसकी जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री के दोनों ओएसडी आशीष वर्मा और मनीष बंछोर स्वयं मजदूरों की बात सुनने उनके बीच आ गये, नान के मजदूरों की ओर से कामता जायसवाल ने उन्हें कल की घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए बाहरी मजदूरों को काम से रोकने की गोहार लगाया, आशीष वर्मा ने तत्काल कलेक्टर को फोन लगाकर विवाद का निबटारा करने को कहा, मुख्यमंत्री आवास के हस्तक्षेप के बाद विवाद के निबटारे के लिये सोमवार को 11 बजे अपने कार्यालय़ नें मजदूरों सहित संबंधित पक्षों को चर्चा करने के लिये आमंत्रित किया है, मुख्यमंत्री आवास में श्रमिकों को सहयोग करने के लिये छत्तीसगढ़ श्रमिक मंच के संयोजक राजकुमार गुप्त, छत्तीसगढ़ मुक्ति मोर्चा के कलादास, युवा स्वाभिमान मंच के पूरन साहू, शुभम रजक आदि मौजूद थे ।