कोण्डागांव

संस्कृत भाषा हमारे देश की समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है
08-Aug-2022 10:14 PM
संस्कृत भाषा हमारे देश की समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 8 अगस्त।
विश्व का सबसे प्राचीन भाषा संस्कृत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत स्काउट व गाइड जिला संघ कोंडागांव से सम्बद्ध शासकीय प्राथमिक शाला बाजारपारा कोंडागांव, शासकीय प्राथमिक शाला मुरारी पारा बड़ेबेंद्री के कब-बुलबुल टीम ने संस्कृत के महत्व के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया गया।

बताया गया कि संस्कृत भाषा हमारे देश की समृद्ध संस्कृति को दर्शाता है।  सर्वप्रथम विश्व में संस्कृत दिवस 1969 में आयोजन किया गया। तब से प्रतिवर्ष संस्कृत सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष 6 अगस्त से 12 अगस्त तक संस्कृत सप्ताह मनाया जा रहा है।

ज्ञात हो कि 5000 वर्ष पहले से संस्कृत भाषा भारत में बोली जाती रही है। आज भारत में संस्कृत को तृतीय भाषा के रूप में जाना जाता है। यह दुनिया की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत पूरे विश्व को एकता के सूत्र में बांधने का कार्य करती है तथा प्राचीन काल से गायत्री मंत्र एवं अन्य धार्मिक अनुष्ठान के मंत्र तथा सभी ग्रंथ जैसे ऋग्वेद, सामवेद, अथर्ववेद, गीता, उपनिषद, रामायण जैसे ग्रंथ संस्कृत भाषा में लिखा गया है।

संस्कृत सप्ताह के अवसर पर फ्लॉक लीडर, दीपमाला वैष्णव ने शासकीय प्राथमिक शाला बाजार पारा स्कूल कोंडागांव  व कब मास्टर पवन कुमार साहू ने शासकीय प्राथमिक शाला मुरारी पारा बड़ेबेंद्री में उपस्थित कब -बुलबुल टीम के छात्र छात्राओं को संस्कृत में सप्ताह के दिनों के नाम, संस्कृत में गिनती, संस्कृत प्रार्थना एवं संस्कृत में रंगों का नाम से अवगत कराया गया तथा प्रतिदिन संस्कृत में वार्तालाप करने के लिए प्रेरित किया।

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