रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 10 अगस्त। अखिल भारतीय संयुक्त डाक कर्मचारी संघ ग्रुप सी पोस्टमैन, एवं ग्रामीण डाक सेवक बुधवार को एक दिवसीय देशव्यापी डाक हड़ताल पर रहे। इस दौरान बलौदाबाजार, धमतरी, महासमुंद, और रायपुर के अधिकांश डाकघर बंद रहे। राजधानी के 23 डाकघरों में से 4 ही खुले रहे। इनमें उरला, सड्डू, विवेकानंद आश्रम, और टाटीबंध शामिल है। इस हड़ताल की वजह से हजारों राखी मेल बट नहीं पाए। इन्हें पीएसडी के गोदाम में डंप कर दिया गया था। यह हड़ताल केंद्रीय नेतृत्व के आवाह्न पर 21 मांगों को लेकर किया गया है। इसके चलते राखी वितरण बुरी तरह से प्रभावित होगा। एक दिन बाद ही त्यौहार है।
इस हड़ताल को सफल बनाने अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ ग्रुप सी के अध्यक्ष राजू गजेंद्र, सचिव आशुतोष कुमार सिंह, सर्किल सचिव गणेश राम साहू, एमटीएस के परिमंडल सचिव दिनेश पटेल,एमटीएस कर्मचारी संघ के अध्यक्ष रविंद्र राव, सचिव नोहर साहू ,ग्रामीण डाक सेवक संघ के अध्यक्ष लखन डडसेना सचिव मदन साहू के संयुक्त रूप से पत्र जारी कर सभी कर्मियों को हड़ताल में रहने का आह्वान किया है।
संघों का कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा लगातार कर्मचारी, किसान विरोधी कार्य, निजीकरण, करने के विरोध स्वरूप हड़ताल पर जाने विवश किया गया है । डाक कर्मियों ने 21 सूत्री मांगें सरकार के सामने रखा है। इनमें प्रमुख रूप से डाक मित्र योजना के नाम पर डाक विभाग का निजीकरण बंद करने, डाक विभाग का इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक में विलय रोकने ,पार्सल के नोडल वितरण केंद्रों और स्पीड पोस्ट के केंद्रीय वितरण प्रणाली पर रोक लगाएं।