बस्तर
एक जवान था किरन्दुल में ही, जबकि दूसरा लौटा था विशाखापत्तनम से
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 10 अगस्त। मेडिकल कॉलेज डिमरापाल में 8 अगस्त को 2 और सीआईएसएफ के जवान मंकी पॉक्स की शिकायत को लेकर भर्ती हुए है, उन्हें मेडिसिन वार्ड 1 के आइसोलेशन में रखा गया था, एक जवान जहां किरन्दुल में ही था, जबकि दूसरा जवान अभी हाल ही में विशाखापत्तनम से छुट्टी मनाकर लौटा है।
मेकाज से मिली जानकारी के अनुसार दंतेवाड़ा जिले के बचेली में तैनात सीआईएसएफ के दो जवान जहाँ पहले ही आकर अपना इलाज करा रहे थे, वही अब 2 और जवान मेकाज इसी बीमारी से ग्रसित होकर यहां आए है, जवानों को मंकी पॉक्स के लक्षण उभरने के बाद मेडिकल कॉलेज में आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया गया है। पहले के दो जवान जहां रविवार को हॉस्पिटल पहुंचे थे। वही बाकी के दोनों जवान सोमवार को आये है, डॉक्टरों ने इनकी जांच की तो इनके शरीर पर मंकी पॉक्स के लक्षण जैसे चट्टेदार दाने उभरे थे, चूंकि अभी मंकी पॉक्स को लेकर प्रशासन सतर्कता बरत रहा है, ऐसे में डॉक्टरों ने तत्काल दोनों जवानों की ट्रेवल हिस्ट्री पूछी। इसके बाद एक जवान ने बताया कि वह हाल ही में विशाखापत्तनम से छुट्टी मनाकर लौटा है जबकि दूसरा जवान बचेली में ही था, और कहीं बाहर नहीं गया था, जैसे ही डॉक्टरों को जवान की ट्रेवल हिस्ट्री पता चली तो फिर इनके मंकी पॉक्स की जांच करवाने का फैसला लिया गया और दोनों जवानों के नमूनों को पुणे स्थित लैब में जांच के लिए भेजा गया है। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर नवीन दुल्हानी ने बताया कि दो जवान हॉस्पिटल में भर्ती हुए हैं। इनके शरीर में दाने निकल गए हैं, दानों में लिमफोल्ड नहीं है, लेकिन लक्षण मंकी पॉक्स जैसे हैं। उन्होंने कहा हो सकता है कि दोनों जवान चिकन पॉक्स या मीजेल्स के शिकार भी हो सकते हैं। डॉक्टर नवीन ने बताया कि राहत की बात यह है कि सबसे ज्यादा दाने इनके सीने और पेट के पास ही मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि इनके सैंपल की जांच के लिए पुणे लैब भेजा गया है वहां से दो दिनों में रिपोर्ट आ जाएगी इसके बाद स्थिति साफ होगी की जवान कौन से बीमारी की चपेट में हैं। उन्होंने कहा कि लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है मंकी पॉक्स सहित अन्य सभी बीमारियों का इलाज संभव है बस लोगों को इस तरह की बीमारियों से बचाव के लिए उपाय करना है।