कांकेर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कांकेर, 11 अगस्त। चार एकड़ वनभूमि पर कूट रचना कर निजी व्यक्ति के नाम पर पट्टा बनाने का विरोध करते हुए बुधवार को ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे जाम कर शासन- प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण माकड़ी पहुंचे और रोड जाम कर हंगामा किया, जिससे रायपुर- जगदलपुर नेशनल हाईवे काफी देर बंद था।
माकड़ी चौक पर ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे में वाहनों को रोक दोनों छोर से आवागमन बंद कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि माकड़ी से लगे ग्राम लाल माटवाड़ा में भानुप्रतापपुर जाने वाले मार्ग पर 4 एकड़ सरकारी जमीन जो वनभूमि के अंतर्गत आता है, उसे एक व्यक्ति ने अवैध रूप से पट्टा बनाकर कब्जा कर रखा है, जिसका ग्रामवासियों ने विरोध करने के बाद अधिकारियों से शिकायत की थी, लेकिन किसी अधिकारी ने उनकी नहीं सुनी। ग्रामीणों की मांग की लगातार अनसुनी किए जाने से वे कलेक्टर के प्रति नाराजगी व्यक्त की है।
उन्होंने शिकायत में कहा कि अपर कलेक्टर ने इस वनभूमि पर बेजा कब्जा करने वाले के पक्ष में रिपोर्ट तैयार की है। इस तरह अपर कलेक्टर द्वारा जमीन हड़पने वाले के पक्ष में रिपोर्ट बनाने से आक्रोशित ग्रामीण रायपुर - जगदलपुर नेशनल हाईवे में सैकड़ों की संख्या में उपस्थित होकर चक्काजाम कर दिया है। ग्रामीणों की मांग है कि जब तक प्रशासन जमीन के पट्टे को निरस्त नहीं करेगा, तब उनका आंदोलन जारी रहेगा।
ग्रामीणों का कहना है कि कब्जा की जमीन पर 1980- 81 में बोधघाट परियोजना के तहत जो आज बड़े पेड़ में तब्दील हो गए हैं, लेकिन एक व्यक्ति ने उस जमीन का पट्टा बनाकर अपने नाम पर कर लिया है, उस जमीन के साइड में पहले गांव के पतिराम का 25 डिसमिल जमीन थी, जिसमें पतिराम के परिवार वाले खेती किया करते थे, लेकिन जमीन बिकने के बाद उसके बाजू वाली जमीन पर कब्जा करके उसका पट्टा बना लिया गया है।
गांववालों ने प्रशासन से मांग की है कि अगर सरकारी जमीन जो गांव की है, उसे वापस नहीं किया जाता तो गांव वाले उग्र आंदोलन करेंगे या उक्त भूमि पर वे नई बस्ती बसा लेंगे।