धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
धमतरी, 12 अगस्त। कोरोना समेत अन्य कारणों से मृत शिक्षाकर्मियों (अब शिक्षक) की पत्नी को अब अनुकंपा नियुक्ति मिलेगी। इसके लिए शिक्षा विभाग ने तत्कालीन नियोक्ता जिला पंचायत ऐसे शिक्षकों का रिकार्ड मंगाया था। जिले में पहली सूची में 63 लोगों के नाम हैं।
पिछले 3 सालों में कोरोना ने धमतरी जिले में जमकर कहर बरपाया। कोरोना से अब तक जिले में 950 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी हैं। कोरोना से शिक्षकों की भी बड़ी संख्या में मौत हुई थी। मृतकों के परिजनों ने बार-बार कलेक्ट्रेट पहुंचकर अनुकम्पा नियुक्ति की मांग करते रहे। इसके लिए जिले के चारों बीईओ दफ्तर में आवेदन भी जमा कराया, लेकिन भर्ती नियम के समय शर्त में अनुकम्पा नियुक्ति का प्रावधान नहीं था। इसके चलते मृत शिक्षकों के परिजन बीईओ-डीईओ और कलेक्ट्रेट का चक्कर काटते रहे। बाद में भूपेश सरकार ने शिक्षाकर्मियों का संविलियन कर दिया। अब चुनावी वर्ष में राज्य सरकार ने कोरोना समेत विविध कारणों से मृत शिक्षकों के परिजनों को अनुकंपा नियुक्ति देने की घोषणा की है।
डीईओ से प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश
शासन ने डीईओ से प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया, जिसके बाद चारों ब्लाक में बड़ी संख्या में लोग आवेदन करने के लिए पहुंच रहे हैं। शासन के निर्देश के बाद शिक्षा विभाग जिला पंचायत से संपर्क साधकर ऐसे प्रकरणों की सूची म मंगाई है।
सूत्रों के मुताबिक जिला पंचायत से ऐसे 63 लोगों का आवेदन मिला हैं। इन आवेदकों की छानबीन के बाद शिक्षा विभाग मृतकों के परिजनों को योग्यता के मुताबिक तृतीय, चतुर्थ की नौकरी देगी।
सहायक जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र मिश्रा ने बताया कि राज्य शासन के निर्देश के बाद मृत शिक्षकों की सूची जिला पंचायत से मांगी गई थी। लिस्ट की छानबीन के बाद आश्रितों को जल्द अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी।