धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 12 अगस्त। कुरूद ब्लॉक के ग्राम सिवनीखुर्द झुरानवागांव में आदिवासी समाज द्वारा भोजली महोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें शीतला मंदिर से युवतियों ने अपने सिर पर भोजली रखकर भव्य शोभायात्रा निकाल गांव का भ्रमण किया।
भोजली महोत्सव को सम्बोधित करते हुए सर्व आदिवासी समाज धमतरी जिलाध्यक्ष जीवराखन लाल मरई ने मुख्य अतिथि की आसंदी से कहा कि हम सर्व आदिवासी समाज के संवैधानिक मांगों की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन जब तक समाज के सभी लोग अपने अधिकारों को समझेंगे नहीं तब तक समाज तरक्की नहीं कर सकता।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी रीति नीति,परम्परा और संस्कृति बाकी समाजों से अलग है इसलिए संविधान ने हमें कई अधिकार दिया है । उन अधिकारों को बचाना हम सबका दायित्व है। अध्यक्षता कर रहे गोंड़ समाज के धमतरी तहसील अध्यक्ष जयपाल ठाकुर ने कहा कि हम धरती के पहले पुत्र है, हमें अपने रीति नीति को समझने आवश्यकता है। भोजली हमारा पारंपरिक त्यौहार है यह त्यौहार हमें प्रकृति से जोड़ता है।
इस मौके पर नरेश नेताम, महेश रावटे, कमलनारायण ध्रुव, कृष्णा नेताम, रामेश्वर मरकाम, चित्ररेखा ठाकुरराम यादव, आशादेवी इन्द्रमन बघेल, चोवाराम , तुलसीराम साहू, राजेन्द्र भारद्वाज, हिंछाराम साहू, नामनारायण ध्रुव, विनायक मंडावी, उत्तम पडोटी, युवराज मरकाम, नितेश मंडावी, संतराम, महेंद्र ,जयसिंह छेदैहा, बुधन्तिन, सुखन्तिन, जामुन बाई, जानकी साहू, देवकी बाई, महेश्वरी छेदैहा, अमित,चंदन, जगत, हीरा मंडावी,घनश्याम नेताम, रेशम मंडावी, रमेश मरकाम, प्रहलाद कोर्राम सहित बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।