धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
नगरी, 12 अगस्त। शासकीय प्राथमिक शाला चुरियारा पारा नगरी के शाला विकास एवं प्रबंधन समिति एवं पालक समिति की आवश्यक बैठक रखी गई जिसमें राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा छत्तीसगढ़ रायपुर के समुदाय की विशेष मासिक बैठक के संबंध में प्राप्त एजेंडों पर चर्चा की गई ।
जिसके तहत 6 से 14 वर्ष तक के बच्चों की शाला में नियमित सक्रिय उपस्थिति पर चर्चा की गई। बच्चों के गत वर्ष के परिणाम तथा इस वर्ष के मासिक परीक्षाओं में उनके प्रदर्शन के अनुसार उस पर सुधार के लिए जवाबदेही तथा सुधार हेतु रणनीतियों पर विशेष चर्चा हुई ।आगामी बैठक 14/11 /2022 के पूर्व सभी बच्चों को उनकी आयु के अनुसार वर्णमाला, शब्द ज्ञान ,अक्षर ज्ञान ,अंक पहचानना, वर्णमाला जानना, कहानी पढ़ सकना,गिनती ,जोड़ घटाना, गुणा भाग आदि विधाओं को अगस्त सितंबर अक्टूबर तक अच्छे से अभ्यास कराते हुए स्कूल के हों चाहे बाहर के ही बच्चे क्यों न हों उन पर दक्षता लाने के लिए अधिक मेहनत करवाना।
एक ठोस योजना बनाकर अंगना म शिक्षा कार्यक्रम के तहत पूरे क्षेत्र में क्रियान्वयन करना ,द्वितीय मेले का आयोजन कर उनसे संबंधित आंकड़ों की प्रविष्टियां पूरी कर अंगना 30 के लिए माताओं को तैयार कर स्मार्ट माताओं को जिम्मेदारी देना, अंगना म शिक्षा कार्यक्रम में जुड़ी माताओं को माह में कम से कम 2 बार स्कूल जाकर देखना कि बच्चों को किस तरह से सिखाया जाता है ।आंगनबाड़ी एवं स्कूल के मध्य ट्यूनिंग के माध्यम से आंगनवाड़ी में आ रहे बच्चों को सीखने में सहयोग करने हेतु स्मार्ट माताओं एवं समुदाय से सहयोग लेना। बच्चों को कहानी सुनाने हेतु बालकों का मोबाइल नंबर लेकर ग्रुप बनाकर कहानी भेजना ताकि बच्चों को कहानी सुनाया सके।तथा ऐसा माहौल तैयार करें कि बच्चे कहानी सुनाने के लिए जिद करने लगे। शाला में नियमित रूप से पालक एवं शिक्षक सम्मेलन आयोजित करने के संबंध में निर्णय लेकर उसे लागू करना ।पालक जागरूकता अभियान का संचालन करना जो कि शासन से पूर्व में ही निर्देशित था ।
एसएमसी प्रशिक्षण के लिए समिति द्वारा कुशल मास्टर ट्रेनर का चयन कर प्रशिक्षण के लिए भेजा जाना,शाला स्तर के एसएमसी समुदाय के प्रशिक्षण में शत-प्रतिशत उपस्थिति के लिए दिशा निर्देश देना ,शाला में उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग एवं संसाधनों की सुलभता हेतु विभिन्न उपाय जैसे भूतपूर्व छात्र , सेवानिवृत्त शिक्षकों, शिक्षा के क्षेत्र में रुचि रखने वाले युवक-युवतियों , जनप्रतिनिधियों तथा समुदाय के व्यक्तियों को जोडऩा ।समग्र शिक्षा से प्राप्त होने वाले बजट के आधार पर व्यय योजना का निर्माण करना ,समग्र शिक्षा से प्राप्त बजट का एसएमसी से अनुमोदन करवाना तथा समिति से अनुमोदन करवाकर आवश्यकता तथा प्राथमिकता के आधार पर व्यय करना। बैठक स्वतंत्रता दिवस को कोरोना गाईड लाईन के अनुसार मनाये जाने पर विचार किया गया।?एस एम सी के सदस्यों के साथ मिलकर शाला विकास योजना बनाना?।
एस एम सी की नियमित बैठक के साथ-साथ त्रैमासिक बैठक की पंजी ,कार्यवाही विवरण, लिए गए प्रस्ताव आदि का संधारण आदि प्राप्त विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। परिसर पर किचन गार्डन बनाने तथा उसकी उपयोगिता पर प्रकाश डाला गया। प्रधान पाठक दीपनारायण दुबे ने किचन गार्डन के लिए अहाता का होना निहायत जरुरी बताया। अहाता नहीं होने के कारण विद्यालय परिसर पर असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। प्रत्येक बैठक में पालकों की सक्रिय सहभागिता पर प्रसन्नता व्यक्त की गई। मध्यान्ह भोजन तथा पेयजल की स्वच्छता पर ध्यान देने रसोईयों को निर्देशित किया गया। बच्चों के कपड़े , बाल,नाखुन की स्वच्छता आदि पर पालकों को निर्देशित किया गया।अन्य स्कुलों की तरह इस स्कुल के बच्चोकू द्वारा छत्तीसगढ़ के राजगीत प्रति दिन गाये जाने पर उपस्थित सदस्यों ने विद्यालय स्टाप की प्रशंसा की। बैठक में समिति के अध्यक्ष श्रीमती माधुरी ध्रुव,एल्डरमेन नरेश छेदैहा, वार्ड पार्षद अश्वनी निषाद, शिक्षिका सोनिया साहु, श्रीमती दुर्गा यादव, गुलाब ध्रुव,लोकेश मरकाम, राधाबाई,हेमबाई निषाद ,सत्या ध्रुव ,आरजू खान, नागेश्वरी मंडावी, रंभा बिसेन,झलप बाई बिसेन आदि उपस्थित थे।