राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 अगस्त। विधायक श्रीमती छन्नी साहू के नेतृत्व में खुज्जी विधानसभा में जारी आजादी की गौरवयात्रा की शुरुआत ग्राम उमरवाही से हुई। यहां विधायक ने महात्मा गांधी की प्रतिमा में माल्यार्पण किया। आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीण बुजुर्गों का सम्मान करने के बाद यात्रा बरबसपुर के लिए रवाना हुई। पदयात्रा करते कांग्रेसी इस दौरान खेत-खलिहान की लहलहाती फसलों के बीच पगडंडियों से लेकर गांव की गलियों से भी गुजरे।
शनिवार को उमरवाही से शुरु हुई यात्रा का यह चौथा दिवस था। इस दौरान विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि, आजादी के 75 बरस पूरे हो गए हैं। हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों और अधिकारों को समझने के लिए यह जरुरी है कि हम उन्हें याद रखें जिन्होंने इस देश की स्वतंत्रता के लिए अपना खून बहा दिया। कईयों ने सालों कारावास काटे। कई क्रांतिकारियों को फांसी पर टांग दिया गया।
श्रीमती साहू ने कहा कि, आजादी अनमोल है और इससे बड़ी जिम्मेदारी है अपने आजाद देश के प्रति हमारे कर्तव्यों का पालन। उमरवाही से रवाना होकर पदयात्रा बरबसपुर पहुंची, यहां ग्रामीणों ने पदयात्रा का स्वागत किया। पंचायत के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीण यात्रा में शामिल हुए। आयोजित कार्यक्रम में ग्राम के बुजुर्गों और जनकल्याण में संलग्न व्यक्तियों को सम्मानित किया गया। विधायक श्रीमती साहू ने कहा कि, इस गौरव यात्रा ने हमें हमारे बीच मौजूद विशिष्ट व्यक्तियों के सम्मान का अवसर दिया है, जो कि सौभाग्य की बात है।
बरबसपुर से निकल कर पदयात्रा करते हुए कांग्रेसियों को जुलूस ग्राम संबलपुर, चंदिया, गिदर्री होते हुए ग्राम गुंडरदेही पहुंचा। इस दौरान कांग्रेसी भारत माता की जय और जह हिंद का उद्घोष करते रहे। यात्रा के दौरान क्रांतिवीरों को भी याद किया गया। विधायक श्रीमती साहू ने यात्रा के चौथे दिवस के समापन पर कहा कि, महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरु, चंद्रशेखर आजाद, भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरु के संघर्ष की कहानियां सिर्फ पन्नों पर नहीं सिमटी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे देश के युवाओं के पास प्रेरणा लेने के लिए विश्व के सबसे बेहतरीन प्रेरणादायी व्यक्तित्वों की गाथा है।
पदयात्रा का आज होगा समापन
14 अगस्त को आजादी का गौरव यात्रा का समापन होगा। रविवार को अंतिम दिन यह यात्रा गैंदाटोला से शुरु होगी। यहां सम्मान समारोह और विधायक के उद्बोधन के बाद यात्रा सीताकसा के लिए रवाना होगी। इस पड़ाव के बाद साल्हेटोला, कल्लूटोला, दीवानटोला होते हुए ग्राम घुपसाल में यात्रा का समापन समारोह आयोजित होगा।