बेमेतरा
नदी-नालों के उफान से आवागमन प्रभावित, कई गांव बने टॉपू
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 14 अगस्त। चार दिनों से जिले में आपदा से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो गया है। ग्राम पचभैय्या , दाढ़ी समेत अनेक गांव में शनिवार को भी राहत कार्य चलाया गया। चार दिनों से सुरुदरहा , पचभैय्या के टापू बन जाने से गांव के रहवासी शरण लेकर शिविर में रह रहे हैं। जिले के साजा ब्लॉक के ग्राम कहकाबोड , बासीन , बुधवारा में भी इसी तरह की स्थिति है।
दूसरी तरफ बेरला ब्लॉक के संडी के आसपास के गांव का फसल डुबान के जद में है। इस इलाके में लोग नाव से आने मुआयना करने में जुटे हैं।
कवर्धा जिले के पंडरिया क्षेत्र से बहकर आने वाली हाफ , सुरही , सकरी नदी और शिवनाथ नदी के उफान में होने का ब्यापक असर नजर आ रहा है। दाढ़ी क्षेत्र के रहवासियों ने बताया कि बीते 40 साल के दौरान इस तरह की स्थिति उन्होंने कभी नही देखा है।
कुरदा सरपंच के सतानंद चौहान ने बताया कि चौथे दिन भी जनजीवन बाढ़ की वजह से प्रभावित रहा है। वही कल भी नदी के जल में इजाफा हुआ है। प्रभावित किसानों ने बताया कि इसी तरह की स्थिति थी तो और विकट हो सकती है। दूसरी तत्फ़ फसल व अन्य नुकशानो को देखने के लिए अभी तक किसी प्रकार का सर्वे नही किया गया है। समय रहते आंकलन करना जरूरी हो गया है।
सुरही नदी कीबाढ़ से तीन गांव प्रभावित
साजा ब्लॉक के ग्राम कोहकाबोड , बासीन और बुधवारा सुरही नदी में आए उफान की वजह से टापू बन चुका है। ग्राम कोहकबोड के रंजीत कुर्रे ने बताया कि शुक्रवार को नदी में बाढ़ होने के कारण नदी पार करने के लिए टयूब का सहारा लेना पड़ा था। अन्य गांव के ग्रामीणों ने बताया कि तीनों गांव बारिश के मौसम में हमेशा से बाढ़ प्रभावित रहा है। एक तरफ नाला तो दूसरी तरफ सुरही नदी के बीच मे होने के कारण इन गांवों में इस तरह की स्थिति बनी रहती है।
उफनती नदी पार कर रहा बुजुर्ग बहा
साजा ब्लॉक के ग्राम बोडतरा निवासी के बह जाने के बाद शनिवार को दूसरे दिन मौका स्थल से 14 किमी दूर ग्राम कोहकाबोड में शव मिला।
मृतक शुक्रवार की शाम को बोडतरा आने से 7 बजे नदी पार कर रहा था कि संतुलन बिगडऩे ने बह गया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार मनसुख साहू (58) निवासी बोडतरा शुक्रवार की शाम उफनती कर्रा नदी को पार करने के दौरान पैर फिसलने से बह गया था जिसकी तलाश घटना के बाद रात में किया गया था। शनिवार को उसका शव घटना स्थल से 14 किमी दूर कोहकाबोड में मिला।
कर्रा नदी में बाढ़ होने की जानकारी प्रौढ़ को बताया था , ग्रामीणों ने मना किया पर नहीं माना और नदी पार कर रहा था। नदी में आगे जाने के बाद देखते-ही-देखते वह नदी में डूब गया। जिसके बाद ग्रामीणों ने साजा पुलिस को सूचना दी। इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से रात 11 बजे ढूढऩे का प्रयास किया। पता नही चलने पर दूसरे दिन फिर से सर्च किया गया। मौके से करीब 14 किमी दूर ग्राम कोहकाबोड में मृतक का शव देखा गया। मौके पर अनुविभागीय अधिकारी राजस्व व पुलिस की टीम मौके पर पहुँची थी।