कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 14 अगस्त। आजादी के 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर स्वतंत्रता दिवस के पहले दिन 14 अगस्त को जिला मुख्यालय कोण्डागांव में स्वतंत्रता दौड़ का आयोजन किया गया। देश की एकता, अखंडता और स्वतंत्रता को अक्षुण रखने नगर के फारेस्ट नाका तिराहा से विधायक कोण्डागांव मोहन मरकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम, कलेक्टर दीपक सोनी और पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के साथ नगर के युवा, जनप्रतिनिधी और नागरिक स्वतंत्रता दौड़ में शामिल हुए। स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले जिला प्रशासन तथा खेल एवं युवा कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस स्वतंत्रता दौड़ में बरिश के बावजूद स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ अधिकारी-कर्मचारियों, युवाओं तथा गणमान्य नागरिकों ने उत्साहपूर्वक शिरकत की।
जानकारी अनुसार, दौड़ फारेस्ट नाका से स्वतंत्रता दौड़ का शुभारंभ किया गया, जो कि जयस्तंभ चौक में संपन्न हुई। इस अवसर पर विधायक मोहन मरकाम ने नागरिकों को आजादी की 75वीं वर्षगांठ की अग्रिम बधाई देते हुए कहा कि हमें स्वतंत्रता दिलाने वाले शहीदों के योगदान को स्मरण कर राष्ट्रीय एकता, अखंडता और सदभावना को अक्षुण बनाये रखना हम सबका कर्तव्य है।
उन्होंने देशभक्ति की भावना और जुनून के साथ स्वतंत्रता दौड़ में शामिल नागरिकों और युवाओं को बधाई दी। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ की अग्रिम बधाई देते हुए कहा कि स्वतंत्रता दौड़ का उद्देश्य आने वाली पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जागृत करना है, और लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने स्वतंत्रता दौड़ में स्वतंत्रता में स्वस्फूर्त होकर शामिल होने वाले सभी लोगों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें बधाई दी।
इस मौके पर कलेक्टर दीपक सोनी ने सभी नागरिकों का आजादी के अमृत महोत्सव की बधाई देते हुए कहा कि बारिश के बावजूद स्वतंत्रता दौड़ में सभी ने उत्साह के साथ भाग लिया, यह देशभक्ति और सदभावना को रेखांकित करता है। उन्होंने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत् हमर तिरंगा अभियान में व्यापक सहभागिता निभाने की अपील करते हुए जिले वासियों को अपने घरों में सम्मान के साथ राष्ट्रीय ध्वज फहराने को आग्रह किया, वहीं सभी स्कूल, शैक्षणिक संस्थाओं, कार्यालयों में ध्वजारोहण करने के लिए पहले किये जाने कहा।
इस अवसर पर जिला पंचायत प्रेम प्रकाश शर्मा तथा जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारियों सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।