राजनांदगांव
कमरछठ पर सामूहिक रूप से की पूजा-अर्चना
छत्तीसगढ़ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अगस्त। हलषष्ठी यानी कमरछठ पर्व पर माताओं ने बुधवार को कठिन व्रत रखते हुए भगवान शिव और माता पार्वती की कथा सुनते संतानों की लंबी आयु की कामना की। कमरछठ पर्व को बच्चों की दीर्घायु होने की कामना लेकर माताएं कठिन व्रत रखती हैं। माताओं को इस दिन का बेसब्री से इंतजार रहता है। हलषष्ठी पर्व को उत्साहपूर्वक मनाते हुए महिलाओं ने दोपहर बाद पूजा-अर्चना शुरू की। सामुहिक रूप से शहरभर में अलग-अलग चौराहों और मोहल्लों में महिलाओं ने भगवान शिव और पार्वती की अलौकिक गाथाओं से जुड़ी कथाएं सुनी।
माना जाता है कि कमरछठ पर्व भगवान शिव के पूरे परिवार से जुड़ा हुआ है। पूरे परिवार के सदस्यों की कथाओं के जरिये वर्णन किया जाता है। जिसमें मुख्य रूप से भगवान शिव और पार्वती की धार्मिक गाथाएं शामिल है। महिलाएं पूजा-अर्चना के दौरान प्रतिकात्मक रूप से गडढ्े खोदकर सगरी (तालाब) का निर्माण करती है। जिसमें पेड़-पौधे लगाकर अलग-अलग पूजन सामग्रियां चढ़ाई जाती है। वहीं भगवान शिव-पार्वती को भोग स्वरूप पसहर चावल, भैंस का दूध, दही, घी, बेल पत्ती, कांशी, खमार, बांटी, भौरा सहित अन्य सामग्रियां अर्पित की गई। दोपहर तक कथा और धार्मिक रूप से शिव-पार्वती का स्तुति गान करते हुए संतानों की लंबी आयु की कामना की। पर्व के लिए पूजन सामग्रियों की बिक्री के लिए बाजार में पूर्व से ही दुकानें सज गई थी। वहीं बुधवार को सुबह से बाजार में दुकानें सजी थी, जहां लोग पूजन सामग्रियां खरीदी करने पहुंचते रहे। पसहर चावल से लेकर अन्य सामग्रियों के दाम बढ़े रहे। पसहर चावल, भैंस का दूध और घी के दाम भी बेतहाशा कीमत पर रहे।