राजनांदगांव
दोनों जिलों के ओएसडी अंतिम तैयारी में जुटे,
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 19 अगस्त। खैरागढ़ और मोहला-मानपुर नए जिले के रूप में अगले महीने 2 और 4 सितंबर को अस्तित्व में आ जाएंगे। पिछले कई दिनों दोनों नवगठित जिलों के मूर्तरूप में आने को लेकर तारीखें आगे बढ़ती गई है। माना जा रहा है कि दोनों जिलों का शुभारंभ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मौजूदगी में होगा। पूर्व में ऑनलाइन शुभारंभ किए जाने की अटकलें थी। लगभग तय है कि मुख्यमंत्री उक्त तिथि पर दोनों जिलों में विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीते साल स्वतंत्रता दिवस में मोहला-मानपुर-चौकी और इस साल अप्रैल माह में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को नया जिला बनाने की घोषणा की थी। इसके बाद से ही नवीन जिलों को अंतिम रूप देने का काम प्रशासन द्वारा किया जा रहा था। अब तैयारियां अंतिम चरणों में है।
संभागायुक्त कावरे ने नवीन जिला गठन के संबंध में की समीक्षा
संभागायुक्त दुर्ग संभाग महादेव कावरे द्वारा दुर्ग संभाग के नवीन सृजित जिले मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी एवं खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के गठन के संबंध में वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में कलेक्टर डोमन सिंह, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के ओएसडी डॉ. जगदीश सोनकर, ओएसडी. पुलिस अंकिता शर्मा, इसी तरह मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के ओएसडी एस जयवर्धन एवं ओएसडी पुलिस येदुवल्ली अक्षय कुमार उपस्थित थे।
संभागायुक्त श्री कावरे द्वारा अवगत कराया गया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा नवगठित जिले मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी का उद्घाटन 2 सितम्बर 2022 एवं खैरागढ़-छुईखदान-अंबागढ़ चौकी जिले का शुभारंभ 4 सितम्बर को किया जाएगा। जिसके लिए तैयारी की जाए। संभागायुक्त दुर्ग द्वारा कलेक्टर कार्यालय, पुलिस अधीक्षक कार्यालय हेतु शासकीय भवन के चयन के संबंध में कलेक्टर राजनांदगांव एवं संबंधित विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारियों से जानकारी ली गई। इसके साथ ही कार्यालयीन स्टॉफ हेतु अधिकारियों द्वारा पदभार ग्रहण करने के संबंध में एवं कार्यालयीन कर्मचारियों की व्यवस्था के संबंध में समीक्षा की गई एवं अवगत कराया गया कि नवीन जिले के विभिन्न विभागों में कार्य करने हेतु इच्छुक कर्मचारियों की सूची शासन की ओर अग्रिम कार्रवाई हेतु भेजी गई है।
अफसरों को दायित्व सौंपने के दिए निर्देश-
संभागायुक्त श्री कावरे द्वारा कलेक्टर कार्यालय के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए तैयारियों की समीक्षा की गई। उद्घाटन दिवस में स्थल पर लोकार्पण, भूमिपूजन एवं सामग्री वितरण की कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। साथ ही अधिकारियों को भी दायित्व सौंपने के निर्देश दिए गए।