कोरबा
इलाज में लापरवाही का आरोप, दोनों पक्षों ने की थाने में शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 20 अगस्त। शादी के 12 साल बाद मां बनने जा रही विवाहिता और गर्भस्थ शिशु की प्रसव के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। इसके बाद परिजन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ आक्रोशित हो गए और उन्होंने डॉक्टर की पिटाई कर दी। रामपुर पुलिस चौकी में दोनों पक्षों ने लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
जानकारी के अनुसार जांजगीर-चांपा के कोसमंदा ग्राम की पुष्पा राठौर को प्रसव पीड़ा होने पर उसके परिजन कोरबा स्थित न्यू कोरबा अस्पताल में लेकर आए। यहां इलाज के दौरान मां और गर्भस्थ शिशु दोनों की मौत हो गई। परिजनों ने इसके बाद हंगामा शुरू कर दिया। उनका कहना था कि गलत इंजेक्शन लगाने के बाद अचानक मरीज की हालत खराब हुई, जिससे मौत हो गई। उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर की पिटाई कर भी कर दी, जो सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। इसके बाद परिजन शव को लेकर जाने लगे। तब डॉक्टरों ने कहा कि पोस्टमार्टम के बिना शव को नहीं ले जाने दिया जा सकता, यह जरूरी है। इसे लेकर फिर विवाद हुआ।
सूचना मिलने पर रामपुर चौकी से पुलिस पहुंची उन्होंने दोनों पक्षों के बीच विवाद को शांत कराया। हॉस्पिटल के प्रबंधन का कहना है कि महिला की तबियत पहले से क्रिटिकल थी, जिसे इलाज के बावजूद नहीं बचाया जा सका। इधर परिजनों का कहना है कि वे जब उसे लेकर भर्ती करने आए तो उसकी हालत बिल्कुल सामान्य थी। 12 साल बाद महिला को संतान सुख मिलने वाला था, जिसे लेकर परिवार में खुशी का माहौल था लेकिन इलाज में लापरवाही के चलते जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई।
दोनों ही पक्षों ने रामपुर पुलिस चौकी में घटना की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस इसकी जांच करने की बात कह रही है।