कवर्धा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बोड़ला, 15 सितंबर। छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश की सीमा से लगे विकासखंड के ग्राम दलदली बम्हनतरा में बीती रात हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया। जिससे गांव में दहशत का माहौल बन गया।
हाथियों ने बम्हनतरा के दरोगा बैगा के घर में घुसकर तोडफ़ोड़ किया। बड़ी मुश्किल से ग्रामीणों द्वारा हाथियों को टॉर्च के प्रकाश व अन्य माध्यमों से आवाज करके हाथियों को खदेड़ा गया। खदेडऩे से हाथी मुकाम कोईलारी चेन्द्रा दादर की ओर चले गए हैं और अभी कोईलारी के नीचे जंगलों में हाथी की होने की खबर मिल रही है इस तरह आज रात हाथियों के दल ने दलदली बम्हनतरा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने दरोगा बैगा के घर में तोडफ़ोड़ किया।
धान के चक्कर में घुसे हाथी
ग्राम दलदली के वैशाख तिहारी व दरोगा बैगा के परिवार ने बताया कि दरोगा बैगा के घर के कोठी में ध्यान रखा हुआ था जिसकी खुशबू पाकर हाथियों की टोली ने दरोगा बैगा के घर में घुसकर जमकर तोडफ़ोड़ किया उसके घर में रखे पूरे धान व अन्य अनाज को हाथियों द्वारा खा लिया गया हाथियों के घुसने से उसे घर में काफी नुकसान हुआ हैगौरतलब है कि हाथियों के सूंघने की शक्ति काफी अधिक है जिससे वे कई किलोमीटर दूर से ही खुशबू से अनाज व फसल तक पहुंचने के फेर में वे अकसर घर या फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं।
दहशत का माहौल
दलदली व बमहन्तरा के बीच बस्ती में हाथियों के मचाए कोहराम से इन क्षेत्रों के 5 पंचायतों के दर्जनों से अधिक गांवों जिनमे कोइलारी,मुकाम,सुकझर, बनगौरा,बाकी,केसमरदा ,सेमसाता, चेन्द्रा दादर, पिपरखूँटा सहित आसपास के सभी गांव में हाथियों के दल से पहुंचने से दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। ग्रामीण अब घर से निकलने में भी डर रहे हैं कब किसके घर में हाथी घुस जाए कहा नहीं जा सकता आपको बता दें कि ग्राम वासियों द्वारा कोठियों में धान व अन्य अनाजों का संग्रहण करके रखा जाता है धान व कोदो कुटकी आदि अनाजों की खुशबू पाकर हाथियों के द्वारा घर में घुसकर घर को तोड़ा जा रहा है वनांचल क्षेत्र में बैगा आदिवासियों के घर में धान चावल व अन्य फसल को संग्रहित करके कोठियों में रखा जाता है और इन्हीं की खुशबू पाकर हाथी इनके घर में घुस रहे हैं।