गरियाबंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गरियाबंद, 17 सितंबर। कलेक्टर दर, नियमितीकरण एवं मध्यानभोजन रसोइयों को स्थाईकरण की मांगों को लेकर छत्तीसगढ़ स्कूल मध्यानभोजन रसोइया कल्याण संघ के अनिश्चितकालीन धरना पर हैं । 9 सितम्बर से जिले में लगातार हड़ताल जारी हैं । जिले भर के रसोइया सभी ब्लाक मुख्यालय में शामिल हो तीन सूत्रीय माँगो लेकर आवाज बुलन्द कर रहे है।
जिला मुख्यालय गरियाबंद में 9 सितम्बर से स्थानीय गाँधी मैदान में धरने पर बैठ हुए हैं रसोइये संघ के ब्लाक अध्यक्ष हेमलता देवांगन सचिव ईश्वरी साहू ने बताया कि वर्तमान में रसोईयों को 50 रुपए प्रतिदिन की दर से 50 रुपये मानदेय के हिसाब से 1500 रुपये मासिक दिया जा रहा है। जो आज के बढ़ती मंहगाई के दौर में नगण्य हैं। इससे परिवार का गुजार बसर नही किया जा सकता उन्होंने कहा कि रसोइये प्रात: 10 बजे से लेकर दोपहर 3.00 बजे तक कार्य किया जाता है।
मध्यान्ह भोजन पकाने व खिलाने एवं बर्तन की साफ सफाई करने में पुरे दिन लग जाता है। जिससे और दुसरा कार्य नही हो पाता है। इसलिए हमें कलेक्टर दर पर मजदूरी भुगतान किया जायें। रसोईयां कार्य पुर्णकालिन 6 घंटा कार्य दिवस होने के बावजूद न तो शासकिय नियमित कर्मचारी माना जाता है और न ही न्युनतम वेतन दिए जाने की मांग किया जा रहा ताकि आर्थिक स्तिथि में सुधार हो सके । इस धरना प्रदर्शन में मुख्य रूप से रामबाई यादव, बिसाहिन साहू, कुमारी राजपूत, त्रिवेणी ध्रुव, पुष्ष्पा, सुनीता साहू मौजूद रहे।
प्रमुख मांगे- कलेक्टर दर पर रसोईयां मानदेय राशि दिया जायें। माध्यान्ह भोजन रसोईयों को नियमितिकरण किया जायें। माध्यान्ह भोजन रसोईयों को स्थाईकरण किया जावें ।