कोण्डागांव
ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम में विधायक, पूर्व कलेक्टर, जिपं अध्यक्ष हुए शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 18 सितंबर। वर्षों पुरानी परंपरा को आत्मसात करते हुए बस्तर संभाग में बड़े ही धूमधाम से नवाखाई पर्व मनाया गया। जिसके बाद आदिवासी समाज के लोग एकत्र को कर भेंट मुलाकात करने ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
इसी प्रकार पहली बार सर्व समाज एसटी, एससी और ओबीसी के 12 समाज के लोगो ने नवाखाई पर्व के उपलक्ष्य में ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम कर मिलन समारोह का आयोजन फरसगांव बाजार चौक में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केशकाल विधायक व बस्तर विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष सन्तराम नेताम, पूर्व कलेक्टर नीलकंठ टेकाम, जिला पंचायत अध्यक्ष देवचन्द्र मतलाम, पूर्व विधायक सेवकराम, जनपद पंचायत अध्यक्ष शीश कुमारी चनाप, नगर पंचायत अध्यक्ष गणेश दुग्गा समेत गांयता, पटेल, पुजारी एवं सर्व समाज के पदाधिकारीगण मौजूद रहे।
इस कार्यक्रम में एसटी, एससी, ओबीसी समाज के प्रमुख लोगों के द्वारा माँ शीतला का पूजा अर्चना कर प्रमुख लोगों के द्वारा समाज किस तरह से अपनी संस्कृति वेशभूषा को बनाए रखना है इसकी विस्तृत जानकारी दिया गया । इस दौरान 12 समाज के लोगों ने अपने अपने वेशभूषा के साथ अलग अलग नृत्य भी प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक सन्तराम नेताम ने कहा कि कम समय में 12 समाज को एकत्र कर एकजुटता बनाये रखने नई पहल है, आज समाज बिखर रहा था, लेकिन बस्तर में जिस प्रकार से नयाखाई पर्व जाता है जिसके बाद ही लोग नए फसल खाते हैं और आदिवासी समाज के लोग ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम रखा जाता है, लेकिन पहली बार एसटी, एससी, ओबीसी समाज को एकत्र कर 12 समाज से अधिक लोगों को एकत्र कर ठाकुर जोहारनी कार्यक्रम आयोजित किया गया, वह ऐतिहासिक है। समाज को आगे बढ़ाने के लिए समाज के सभी लोगों को शिक्षित होना अनिवार्य है तभी समाज आगे बढ़ेगा, आने वाला समय में यहां कार्यक्रम और भी वृहद रूप से मनाया जाएगा।
जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मतलाम ने कहा कि हम सब बस्तर के मूल निवासी है हम सब का कर्तव्य है कि जल जंगल जमीन को बचाएं रखना है। क्योंकि आज तेजी से वनो की कटाई हो रहा है जिसकी सुरक्षा करना हम सभी की जिम्मेदारी है ।
कार्यक्रम के दौरान पूर्व कलेक्टर नीलकंठ टेकाम ने कहा कि सभी समाज के लोग बस्तर के मूल निवासी है। आदिकाल में भी सर्व समाज एकजुटता हो कर रहते थे लेकिन अभी समाज धीरे धीरे बिखर रही थी जिसे फिर से एकजुट रखना बहुत जरूरी है। इस मौके पर सर्व समाज अध्यक्ष फरसुराम सलाम, महासचिव शीतल कोर्राम, कोषाध्यक्ष कमलकांत पटेल, प्रमुख संरक्षक मनहेरसिंह कोर्राम, नीलकंठ शार्दूल, रामलाल कोर्राम, धँसराज टण्डन व 12 समाज के पदाधिकारी समेत सैकड़ों लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए।