कोरिया
छ: सूत्रीय मांगों को ले एकता मंच व भाजयुमो ने एसीईसीएल को सौंपा ज्ञापन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर(कोरिया), 19 सितंबर। एसईसीएल कटगोडी मे हो रहे ब्लास्ट से क्षेत्र में लोगों में डर का माहौल बना हुआ है,जिसको लेकर क्षेत्र के लोग प्रतिदिन अपनी जान माल की रक्षा के लिए भगवान भरोसे रहते हैं। लोगों को ब्लास्ट का भय इतना रहता है फिर भी इसकी सूध लेने वाला कोई नहीं है। वे अपना दर्द कई बार जनप्रतिनिधियों, जीएम तथा जिला प्रशासन के समक्ष बयां कर चुके हैं फिर भी कोई साकारात्मक पहल आज तक नहीं हो पाया है। जिसके बाद आज नागरिक एकता मंच और भाजयुमो ने एसईसीएल को ज्ञापन सौंप कर कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के अनुसार बीते कई वर्षों से कटगोडी क्षेत्र के लोग ब्लास्टिंग से परेशान है, मामले को लेकर सोमवार को नागरिक एकता मंच सोनहत व भाजयुमो के कार्यकताओं द्वारा इस बडी समस्या को देखते हुए एसईसीएल के अधिकारियों से मिलने पहुंचे तथा अपनी पुरी समस्याओं को रखा।तथा छ: सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है। एकता मंच व भाजयुमो ने अपने छ: सूत्रीय मांगों मे मुख्यरूप से खदान मे हो रहे प्रतिदिन के ब्लास्टिंग बंद करने,कटगोडी, नौगई,पहाड़ पारा व अन्य क्षेत्र से लगे ग्रामों में टैकर से या पाईप लाईन के माध्यम से पानी की सप्लाई, कटगोडी,नौगई पहाडपारा के सडक किनारे स्ट्रीट लाईट लगवाने,खदान के अदंर क्षेत्र के जितने हिस्से की कोयला निकालने के लिए खुदाई की गई है उस क्षेत्र में कोई भी हादसा या दुर्घटना जैसे मकानों की क्षति, कुआ धसकना,बारिंग के धसकने जैसी घटनाओं की जिम्मेदारी एसीईसीएल ले व इनका मुआवजा संबंधित को देने तथा चरचा मे जिस प्रकार से एसीईसीएल द्वारा फूटबाल प्रतियोगिता आयोजित किया जाता है जिसका खर्च विभाग उठता है वैसे ही कटगोडी मे फूटबाल का आयोजन किया जाऐ क्यों कि सोनहत कटगोडी क्षेत्र में प्रतिभावान खिलाडिय़ों की कमी नहीं है लेकिन खर्च की ब्यवस्था न होने के कारण ऐसे बड़े स्तर के आयोजन नहीं हो पाते हैं। सभी मांगो के जवाब में खदान के सबऐरिया प्रभारी ने अश्वस्त किया है कि मांगे ज्लद पूरी कर दी जाऐगी हम उच्च अधिकारियों से इस विषय पर चर्चा करेंगे।पूरे कार्यक्रम में एकता मंच के पदाधिकारी, भाजयुमो पदाधिकारी, कार्यकर्ता व भारी संख्या में स्थानीय ग्रामीण जन उपस्थित रहे।
सोशल मीडिया पर बहस
लगातार क्षेत्र के लोगों द्वारा इस विषय पर गंभीरता से सोशल मीडिया पर मुहिम, कंमेंट व वाट्सएप पर तर्क वितर्क करते हुए देखा जा सकता है। बावजूद इसके आज तक कोई राहत नहीं मिला है।जबकि कई बार खदान मे हो रहे ब्लास्टिंग से निवासरत लोगों के मकानों में दरारें पड़ जाती है व कही कुआं धस जाता है तथा कहीं कहीं तो कुआ तथा बोरिंग का जलस्तर भी नीचे चला जाता है।