जान्जगीर-चाम्पा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जांजगीर-चांपा 20 सितम्बर। कृषि विज्ञान केन्द्र, जांजगीर-चाम्पा एवं इफको के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय पोषण जागरूकता कार्यक्रम 17 सितम्बर को कृषि विज्ञान केन्द्र, जांजगीर-चाम्पा के सभागार में सदस्य भवन संनिर्माण एवं कर्मकार मण्डल (छ.ग.) मंजू सिंह के मुख्य अतिथ्य में संपन्न हुआ।
मंजू सिंह ने महिला कृषकों को संबोधित करते हुए कहा की कुपोषण को दुर करने में माताओं, बहनों की महती भूमिका है, बोरे बासी के साथ-साथ नरवा, गरूवा, घुरूवा व बाड़ी के महत्व को समझिये और राज्य को कुपोषण मुक्त करने में अपनी भूमिका को पहचाने। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. ए.के. सिंह, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र जांजगीर-चाम्पा ने दैनिक जीवन में आहार के महत्व पर प्रकाश डाला। खेती किसानी में अधिक रासायनिक उर्वरकों व कीटनाशकों के दुष्प्रभाव पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि रवीजा सिंह, लोकपाल मनरेगा ने संतुलित आहार के साथ-साथ साफ सफाई पर जोर डाला।
कार्यक्रम के तकनीकी सत्र में केन्द्र के प्रमुख डॉ. राजीव दीक्षित ने संतुलित आहार, बायोफोर्टीफिकेशन व पोषण बाड़ी पर अपनी प्रस्तुति दी। संतुलित आहार के छ: घटक कार्बोहाइड्रेट, वसा, प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स व जल पर प्रकाश डालते हुए इनका थाली में होना ही कुपोषण को दुर भगाता है बताया गया। साथ ही वर्ष भर साग-सब्जी के उत्पादन पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम को रंजीत मोदी, इफको के लाल बहादुर सिंह, प्रगतिशील कृषक श्यामलाल राठौर ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन आशुलता ध्रुव ने व आभार प्रर्दशन शशिकांत सूर्यवंशी ने किया। कार्यक्रम में पामगढ़ व बालौदा विकाशखंड के लगभग 100 कृषक सम्मिलित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती महेश्वरी उपासक, मनीष पटेल, अमित साहू एवं विद्याभूषण का विशेष योगदान रहा।