राजनांदगांव

महाराष्ट्र सीमा को जोडऩे वाली चिल्हाटी-पाटन मार्ग जर्जर, मरम्मत-पुनर्निर्माण की मांग
22-Sep-2022 3:24 PM
महाराष्ट्र सीमा को जोडऩे वाली चिल्हाटी-पाटन मार्ग जर्जर, मरम्मत-पुनर्निर्माण की मांग

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी , 22 सितंबर।
छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र को जोडऩे वाली चिल्हाटी से पाटन मार्ग की स्थिति काफी खराब हो गई है। 22 किमी लंबाई वाले लोक निर्माण विभाग की इस प्रमुख सडक़ में दो-दो, ढाई-ढाई फीट के बड़े-बड़े गड्ढे उभर आए हैं। सडक़ का डामर व रोड की गिट्टियां उधडक़र बाहर आ गई है। 
 ग्रामीणों ने बताया कि हर वर्ष इस मार्ग का लोक निर्माण विभाग द्वारा मरम्मत व संधारण कराया जाता है, लेकिन ठेकेदार व अफसरों की मिलीभगत से किए जाने वाले भ्रष्टाचार के चलते यह सडक़ मरम्मत के बाद छह माह भी टिक नहीं पाती है। ग्रामीणों ने सडक़ का नए सिरे से पुर्ननिर्माण की मांग की है। 
इस संबंध में पीडब्ल्यूडी एसडीओ बी. केरकेट्टा ने कहा कि भारी बारिश की वजह से सडक़ की स्थिति खराब हुई है। मरम्मत की मांग ग्रामीणों से मिली है। बारिश के बाद जर्जर सडक़ का मरम्मत संधारण कराया जाएगा।

पड़ोसी राज्य को जोडऩे वाली सडक़ चिल्हाटी, मिरचे, विचारपुर, टाटेकसा, पाटन मार्ग की स्थिति इन दिनों काफी खस्ताहाल में है। टाटेकसा से पाटन के बीच इस मार्ग में दो-दो व ढाई-ढाई फीट के गड्ढे उभर आए हैं। वहीं विचारपुर से टाटेकसा के मध्य भी कई स्थानों में सडक़ की स्थिति खस्ताहाल में है। मिरचे से टाटेकसा के मध्य सडक़ का डामर एवं गिट्टियां उधडक़र बाहर आ गई है।  विचारपुर के सरपंच निजामसाय कटेंगा, टाटेकसा सरपंच राकश्ेा कुमार कोमरे, मिरचे सरपंच कीर्ति चंद्रवंशी, सुखराम कोडापे, खेमचंद चंद्रवंशी, राधेश्याम कटेंगा, प्रभुनारायण, शिवलाल उमरे, ताराचंद उमरे,  मनहरण भैसारे, रविन्द्र कुमार उमरे, विनोद कुमार, बालमुकुंद अंबादे, अर्जुन कोमरे, प्यारेलाल कोमरे ने बताया कि चिल्हाटी से पाटन जाने वाली सडक़ के जर्जर होने से इस मार्ग में प्रतिदिन छोटी-बड़ी सडक़ दुर्घटनाएं हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि वे गर्मी से सडक़ मरम्मत की मांग कर रहे हैं, लेकिन लोक निर्माण विभाग की उनकी मांगों के प्रति गंभीर नहीं है। जिसका खामियाजा इस मार्ग में सफर करने वाले यात्रियों तथा इस क्षेत्र के ग्रामीणों को उठानी पड़ रही है।
 

ग्रामीणों ने खुलासा किया कि लोक निर्माण विभाग इस मार्ग के मरम्मत के नाम पर हर वर्ष लाखों रुपए फूंकती है, लेकिन हर साल सडक़ की स्थिति जस की तस हो जाती है। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों से सडक़ की मरम्मत संधारण नहीं इस वर्ष सडक़ के पुर्ननिर्माण की मांग की है। 
 

ग्रामीणों ने दी चेतावनी
छग महाराष्ट्र सीमा पर स्थित ब्लॉक की प्रमुख ग्राम पंचायत टाटेकसा, विचारपुर एवं मिरचे सरपंच राकेश कोमरे, निजाम साय कटेंगा एवं कीर्ति चंद्रवंशी, कबीर फुलकौरे, दुलार साय तथा अन्य प्रतिनिधियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही सडक़ मरम्मत नहीं कराया जाता है तो वे अपनी मांगों को लेकर सडक़ में आकर आंदोलन करेंगे। सरपंचों ने बताया कि वे लंबे समय से खस्ताहाल सडक़ को ठीक करने की मांग कर रहे है, लेकिन उनकी कही कोई सुनवाई नहीं हो रही है। 

पंचायत प्रतिनिधियों ने खुलासा किया कि मार्ग जर्जर होने के कारण इस रूट में हर दिन छोटी-बड़ी सडक़ दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिसके कारण उन्हें क्षेत्रवासियों के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। सरपंचों ने चेतावनी दी कि वे नवरात्रि पर्व के बाद सडक़ के निर्माण की मांग को लेकर आंदोलन के लिए सडक़ पर उतरेंगे। 

 

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