कोण्डागांव
एकल अभियान परिचय व सम्मान समारोह में राज्यपाल हुईं शामिल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 23 सितंबर। राज्यपाल अनुसुईया उइके कोण्डागांव ऑडिटोरियम में आयोजित एकल अभियान परिचय व सम्मान कार्यक्रम में शामिल हुईं। इस अवसर पर राज्यपाल ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शासन के द्वारा अनुसूचित क्षेत्रों के विकास हेतु विभिन्न नियम बनाए गए हैं। जिसके द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग को सुरक्षा प्रदान की जाती है। ऐसी अनुसूचित क्षेत्रों में पांचवीं अनुसूची के अनुसार ग्राम सभा को विशेष शक्तियां प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाया गया है, ताकि वे अपना विकास सांस्कृतिक मूल्यों और परंपराओं के साथ कर सके। कुछ अनुसूचित क्षेत्रों के युवा लोगों के बहकावे में आकर भटक जाते थे, परंतु एकल अभियान से जुड़े लोगों के द्वारा बिना साधन सुविधाओं के गांव-गांव में शिक्षा के साथ संस्कृति, परंपराओं व राष्ट्रीयता की जो प्रेरणा लोगों को प्रदान की जा रही है, वो सराहनीय है। आदिवासी भूमियों पर विकास कार्यों हेतु भूमि अधिग्रहण के समय शासन को भूमि स्वामियों को शेयर भी प्रदान किया जाना चाहिए। ताकि उन्हें भूमि के प्रति अपनत्व बना रहे और उसके लाभ भी मिलता रहे।
राज्यपाल ने की 24 घंटे जलने वाले दिये की सराहना
राज्यपाल उइके द्वारा सम्मान समारोह में जिले के टेराकोटा शिल्पकार अशोक चक्रधारी द्वारा बनाए गए 24 घंटे जलने वाले दिये को देखकर इसकी सराहना करते हुए, इसे रोजगार के व्यावसायिक रूप देने के लिए इसका प्रशिक्षण अन्य युवाओं को देते हुए इसका प्रचार करने को कहा। इस पर चक्रधारी ने बताया कि, इसकी मांग अभी से देश विदेशो में रही है । उन्होंने अपने द्वारा बनाये गये दिए को भी राज्यपाल को भेंट किया।
इस कार्यक्रम में पूर्व महिला बाल विकास मंत्री लता उसेंडी, एकल अभियान से हेमंत पांडेय, रोहित कोडोपी, संगीता पोयाम सहित जिले के जनप्रतिनिधि, एकल विद्यालयों के शिक्षक व बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।