राजनांदगांव
खैरागढ़, 25 सितंबर। रियासत कालीन मां दंतेश्वरी मंदिर में 26 सितंबर से प्रारंभ होने वाली अश्विन नवरात्रि की तैयारियां पूर्ण की गई। नवरात्रि पर्व में प्रतिपदा पंचमी एवं अष्टमी को विशेष शृंगार किया जाता है। यहां पर रियासत काल से सर्वप्रथम सार्वजनिक रूप से ज्योति कलश प्रज्वलित करने की परंपरा है।
दंतेश्वरी आध्यात्मिक साधना केंद्र व पुजारी पंडित डॉ. मंगलनंद झा ने बताया कि इस वर्ष शारदी नवरात्र में घटस्थापना 11 बज कर 36 मिनट से 12 बज कर 24 मिनट के अंदर किया जावेगा वहीं सायंकाल गोधूलि बेला से भक्तों द्वारा मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित किया जाएगा।
पंडित डॉ. झा ने आगे बताया कि छत्तीसगढ़ सहित मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कनाडा, जर्मनी व अमेरिका से भी श्रद्धालुओं ने मनोकामना ज्योति कलश प्रज्वलित करा रहे हैं। तीन अक्टूबर को प्रात: 9.30 से अष्टमी हवन प्रारंभ होगा वह 1.30 में पूर्ण आहुति होगी। 5 अक्टूबर को विजयादशमी का पर्व मनाया जाएगा।